Five tips to create a good bond with your teenage daughter: टीनएज के वक्त आपकी बेटी काफी सारे हार्मोनल चेंजेस से गुजरती है, जिसके कारण कई सारे मानसिक और भौतिक बदलावों से भी गुजरना पड़ता है। मूड स्विंग के कारण उसका स्वभाव ज्यादा समय चिड़चिड़ा और गुस्सैल रहता है। वह ना चाहते हुए भी सबसे रुड बिहेव करती है, जिसमें उसकी कोई गलती नहीं है। इस दौर में उसे एक दोस्त की तरह उसकी बातें सुनने और समझने वाले की जरूरत होती है। कुछ टिप्स की मदद से आप अपनी बेटी की अच्छी दोस्त बनकर उसका सपोर्ट कर सकती है और उससे अपनी बॉन्डिंग बेहतर कर सकती है। आइए यहां जानते हैं टीनएज बेटी से अच्छी बॉन्डिंग कैसे बनाया जा सकता है।
Teenage बेटी से अच्छी बॉन्डिंग बनाने के 5 टिप्स
1. समय देकर उससे बाते करें (Communicate with her)
सभी रिश्तों में समय देना और हमेशा कम्युनिकेट करना बेहद जरूरी होता है। यही चीज आपकी टीनएजर बेटी और आपके रिश्ते पर भी लागू होती है। आप अपने बेटे के साथ ज्यादातर समय बिताए और उससे उसके लाइफ से जुड़े अलग-अलग पहलुओं के विषय में बात करें। इससे आपको उसे समझने में आसानी भी होगी और उसे भी लगेगा कि कोई उससे बात करने वाला, उसकी सुनने वाला और समझने वाला भी।
2. सपोर्ट दिखाए
टीनएजर्स बच्चे और पेरेंट्स के बीच की दूरी इसलिए बढ़ जाती है क्योंकि बच्चे उनको अपनी जिंदगी से जुड़ी सारी बातें नहीं बना बताते हैं।बच्चों को लगता है कि उसके पेरेंट्स उसको कभी नहीं समझेंगे और सपोर्ट करना तो बहुत दूर की बात है। इसीलिए वक्त वक्त पर बच्चों को हम अपना सपोर्ट दिखाएं और उन्हें या एहसास करवा की कुछ भी हो जाए आप उनके साथ हमेशा खड़े रहेंगे और उनको सपोर्ट करेंगे
3. हमेशा डांटना गलत
इस उम्र के बच्चों को उल्टा जवाब देने की और रुड बिहेव करने की आदत होती हैं। यह बिल्कुल भी जरूरी नहीं है कि आप हर बार उनके उल्टा जवाब के बदले उनको डांट लगाए। कभी-कभी प्यार से बातें बता कर भी बच्चों को समझाया जा सकता है। हमेशा डांट-डपट करने से बच्चे का स्वभाव भी चिड़चिड़ा हो जाता है और वह आपसे बात भी करना पसंद नहीं करते।
4. उसे प्राइवेसी दे (Give her privacy)
सभी उम्र के लोगों को प्राइवेसी चाहिए होती है और खास कर टीनएज के बच्चे प्राइवेसी के मामले में बेहद संवेदनशील होते हैं। इसीलिए अपने बच्चों को भी प्राइवेसी दें। हर वक्त उनके फोन स्क्रीन या चैट में ताक- झांक करना सही नहीं है। अगर आप अपने बच्चों को प्राइवेसी देंगे तो बच्चे की हर चीज आपसे नहीं छुपाएंगे और आपके दिए प्राइवेसी का सम्मान भी करेंगे।
5. अपने पास्ट लाइफ के बारे में बताएं (Tell them about your past life)
बच्चों को ऐसा लगता है कि उनके माता-पिता हमेशा से बड़े और मैच्योर ही हैं। उनके लिए यह यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है कि उनके माता-पिता भी कभी उनकी उम्र के ही रहे होंगे। अपने बच्चों को अपने पास्ट और टीनएज लाइफ से जुड़े किस्से कहानियां सुनाएं फिर वह आपसे रिलेट कर पाएंगे और आपको भी अपने लाइफ से जुड़े ऐसे ही बाते साझा करेंगे। जिससे आप दोनों की बॉन्डिंग मजबूत होगी और प्यार भी बढ़ेगा।