Follow These Tips To Manage Naughty Children: कहते हैं कि बच्चे मन के सच्चे होते हैं। लेकिन उन्हीं बच्चों में से कुछ ऐसे भी बच्चे होते हैं जो अपनी नटखट बातों और शरारतों से पेरेंट्स और आस-पास के लोगों तक के लिए समस्या खड़ी कर देते हैं। ऐसे बच्चे बहुत एक्टिव होते हैं इनके माइंड में हमेशा ही कुछ न कुछ चलता रहता है और उसी तरह वो अपनी शरारतों से कुछ भी कर डालते हैं जो कभी-कभी उनके खुद के लिए तो कभी उनके पेरेंट्स और अन्य लोगों के लिए समस्या बन जाता है। ऐसे बच्चों को सम्भालना भी पेरेंट्स के लिए बहुत ही कठिन हो जाता है। लेकिन ऐसे बच्चों के साथ धैर्य से काम लेना, प्यार से उन्हें सम्भालना जरूरी होता है। आइये जानते हैं कि शरारती बच्चों को पेरेंट्स कैसे सम्भालें-
शरारती बच्चों को मैनेज करने के लिए अपनाएं ये टिप्स
1. शांत रहें
बच्चों के शरारती व्यवहार से निपटते समय शांत और संयमित रहना महत्वपूर्ण है। बच्चे आपकी भावनाओं को समझ सकते हैं, इसलिए अगर आप शांत रहें, तो स्थिति को शांत करने में मदद मिल सकती है।
2. बात करें
अपने बच्चे को अपने इमोशन को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करें और उन्हें जो कहना है उसे एक्टिव होकर सुनें। कभी-कभी दुर्व्यवहार या शरारत अव्यक्त भावनाओं या निराशाओं से भी पैदा हो सकता है।
3. पॉजिटिव रहें
पॉजिटिव व्यवहार की प्रशंसा करें और उसे पुरस्कृत करें। बच्चे सकारात्मक सुदृढीकरण के प्रति अच्छी प्रतिक्रिया देते हैं, इसलिए उनके अच्छे व्यवहार को स्वीकार करना और उसकी सराहना करने पर ध्यान रखें। जिस तरह आप उन्हें सरारत करने पर उन्हें रोकते हैं उसी तरह कुछ अच्छा करने पर उनकी तारीफ जरुर करें।
4. बाउंड्रीज बनाएं
स्पष्ट रूप से अपने बच्चों को इस चीज से अवगत कराएँ कि कौन सा व्यवहार स्वीकार्य है और क्या नहीं। अपने नियमों के अनुरूप रहें और सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा अपने कार्यों के परिणामों को समझता है।
5. टाइम-आउट का उपयोग करें
छोटे बच्चों के लिए, टाइम-आउट उन्हें आराम देने और शांत होने का मौका देने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है। ध्यान रखें कि टाइम-आउट बिना किसी विकर्षण के एक शांत, सुरक्षित स्थान पर हो। ऐसा करने से उनका शरारती स्वभाव कुछ टाइम के लिए कम होने लगेगा।
6. प्राकृतिक परिणामों का उपयोग करें
जब भी संभव हो, उनके कार्यों के प्राकृतिक परिणामों को उन्हें सिखाने दें। उदाहरण के लिए अगर वे कोट पहनने से इनकार करते हैं, तो उन्हें ठंड लग सकती है, जो अपने आप में एक सबक हो सकता है।
7. धैर्य रखें
व्यवहार बदलने में समय लगता है। धैर्य रखें और लगातार बने रहें और तुरंत किसी परिणाम की उम्मीद न करें। नियमों और परिणामों को लगातार लागू करने से लास्ट में पॉजिटिव परिणाम जरुर मिलेंगे।