Parenting Tips: बच्चे जिद्दी होते हैं, यह बात तो हम सभी जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चों की हर जिद को पूरा करना पेरेंट्स के लिए नुकसानदायक हो सकता है? आज के इस ब्लॉग में हम जानते हैं कि क्यों हमें बच्चों की हरजिद को पूरा नहीं करना चाहिए और हम उनकी जिद को कैसे हैंडल करें।
बच्चों की जिद के कारण
उनकी उम्र: छोटे बच्चे अभी अपने आसपास की दुनिया को समझ रहे होते हैं। इसलिए, वे अपनी जिद के माध्यम से अपने आसपास की चीजों के बारे में जानने की कोशिश करते हैं।
उनका विकास: बच्चों का विकास एक सतत प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में, वे नए कौशल सीखते हैं और अपनी क्षमताओं को बढ़ाते हैं। इसलिए, वे अपनी जिद के माध्यम से अपने विकास को बढ़ावा देने की कोशिश करते हैं।
उनका व्यक्तित्व: कुछ बच्चों का स्वभाव जिद्दी होता है। वे अपनी जिद के माध्यम से अपनी इच्छाओं को दूसरों पर थोपने की कोशिश करते हैं।
बच्चों की हर जिद को पूरा करने के नुकसान
बच्चे को अहंकारी बनाना: जब बच्चे को हर बार उनकी जिद पूरी हो जाती है, तो वे यह सोचने लगते हैं कि वे हमेशा सही होते हैं। इससे उनमें अहंकार पैदा हो सकता है।
बच्चे को जिद्दी बनाना: जब बच्चे को उनकी जिद पूरी नहीं होती है, तो वे अक्सर गुस्सा और चिड़चिड़ा हो जाते हैं। इससे उनमें जिद्दीपन बढ़ सकता है।
बच्चे को निर्णय लेने की क्षमता नहीं विकसित होने देना: जब बच्चे को हर बार उनके माता-पिता ही निर्णय लेते हैं, तो वे खुद निर्णय लेने की क्षमता विकसित नहीं कर पाते हैं। इससे उन्हें भविष्य में परेशानी हो सकती है।
बच्चों की जिद को कैसे संभालें
बच्चे की जिद के कारण को समझें: सबसे पहले, आपको यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि बच्चे की जिद के पीछे क्या कारण है। एक बार जब आप कारण समझ जाएंगे, तो आप उसे दूर करने के लिए कदम उठा सकते हैं।
बच्चे को समझाएं: बच्चे को समझाएं कि उनकी जिद क्यों ठीक नहीं है। उन्हें बताएं कि उनकी जिद से उन्हें और दूसरों को नुकसान हो सकता है।
बच्चे को दूसरों की भावनाओं के बारे में सिखाएं: बच्चे को दूसरों की भावनाओं के बारे में सिखाएं। उन्हें बताएं कि उनकी जिद से दूसरों को कैसा महसूस होता है।
बच्चे को खुद निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करें: बच्चे को खुद निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे उन्हें निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने में मदद मिलेगी।
बच्चों की जिद एक सामान्य बात है। लेकिन बच्चों की हर जिद को पूरा करना पेरेंट्स के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए, माता-पिता को बच्चों की जिद को समझने और उसे संभालने के लिए उचित तरीके अपनाने चाहिए।