नवजात शिशु की देखभाल करने का अनुभव माता-पिता के लिए जीवन बदलने वाला होता है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितनी भी पेरेंटिंग किताबें पढ़ें क्योंकि हर मोड़ पर सीखने के लिए नए सबक होते हैं। इसलिए जितनी हो सके उतनी एक नए पेरेंट्स की सहायता करनी चाहिए।
नवजात शिशु की देखभाल करना थकाऊ और चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन यह आपके जीवन के सबसे अद्भुत और रिवार्डिंग अनुभवों में से एक है।
पहली बार नवजात शिशु के माता-पिता नवजात शिशु की देखभाल को लेकर काफ़ी कन्फ्यूज होतें हैं जैसे कि शिशु को नहलाना, मालिश करना और डायपर पहनाना आदि कैसे करें। इसलिए आज हम आपको 5 पेरेंटिंग टिप्स बताएंगे जो आपके लिए काफी मददगार साबित होंगी -
1. अपने बच्चे को सही तरीके से कैसे पकड़ें?
हमेशा अपने नवजात शिशु के सिर और गर्दन को सपोर्ट दें उसे उठाते वक्त। बच्चे को लेने के लिए एक हाथ बच्चे के सिर और गर्दन के नीचे रखें दूसरे हाथ को उसके नीचे रखें। एक बार जब आप इस तरीके से उसे पकड़ ले और फिर उससे धीरे-धीरे उठाएँ। याद रखें कि बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की तरह विकसित नहीं होती है। इसलिए बच्चे को गोद में लेने से पहले हमेशा अपने हाथ धोएँ या सैनिटाइज करें।
2. अपने बच्चे को ब्रेस्टफीड कैसे कराएँ?
अपने फ्री हाथ के अंगूठे को अपने स्तन के ऊपर और अपनी उंगलियों के नीचे रखें। अपने बच्चे के होठों को अपने निप्पल से तब तक टच कराएँ जब तक कि आपका शिशु अपना मुंह न खोल ले। अपने निप्पल को अपने बच्चे के मुंह में डालें और अपने बच्चे को अपने पास खींचे।
3. बच्चे को डायपर कैसे पहनाएँ?
डायपर को खोलें और अपने बच्चे के पैरों को धीरे से उठाते हुए इसे अपने बच्चे के नीचे स्लाइड करें। चिपकने वाली पट्टियों वाला पिछला हिस्सा आपके बच्चे के नाभि के बराबर होना चाहिए। डायपर के सामने वाले हिस्से को अपने बच्चे की टांगों के बीच और उनके पेट के ऊपर ले आएँ और फिर उसे आराम से बाँधें। सावधान रहें कि टेप आपके बच्चे की त्वचा पर न चिपके।
4. अपने बच्चे को कैसे नहलाएँ?
आप उन्हें स्पंज बाथ दे सकते हैं आप उनके सिर, शरीर और डायपर वाले क्षेत्र को आराम से स्पंज की मदद से साफ करें। अपने बच्चे को तब तक ऐसे नहलाने का यह सबसे सुरक्षित तरीका है जब तक कि उसकी umbilical cord हट न जाए और उन्हें हमेशा गुनगुने पानी से नहलाएँ या स्पंज दें।
5. बच्चे की मालिश कैसे करें?
अपने हाथ में तेल की दो-तीन बूँदें लें, फिर इसे अपनी में हथेली फैलाएँ और फिर धीरे-धीरे बच्चे के पूरे शरीर की मालिश करें, आँखों के पास ज्यादा न रगड़ें और मालिश करने का सबसे अच्छा टाइम होता है बच्चे को नहलाने के पहले का।