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माता-पिता के साथ करना है रिश्ते को मजबूत, तो अपनाएं ये टिप्स

opinion | relationship: अपने बच्चों के लिए डिसीजन लेना प्रत्येक माता पिता का हक है लेकिन माता-पिता केवल जब तक डिसीजन ले सकते हैं तब तक बच्चा समझदार नहीं होता है। जानें अधिक इस ब्लॉग में-

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Vaishali Garg
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Parenting

Relationship Advice

Relationship Advice: माता-पिता का रिश्ता इस संसार में किसी भी बच्चे के लिए सबसे सुखद रिश्ता माना जाता है। माता-पिता का साथ किसी भी बच्चे के भविष्य को बहुत ऊंचाइयों पर लेकर जाता है। कई बार बच्चे और माता-पिता के बीच में कुछ ऐसी दरारे बन जाती है जिनकी वजह से उनके रिश्ते में खटास पैदा हो जाती है। प्रत्येक माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे ऊंचाइयों को छुए लेकिन इन सब में कई बार वह अपने बच्चे पर बहुत सी बॉउंडेशन निर्धारित कर देते हैं, ओवरप्रोटेक्टिवनेस दिखाते हैं, अपने बच्चे को नियंत्रित करना चाहते हैं। जिस वजह से बच्चे और माता-पिता के बीच कम्युनिकेशन गैप बढ़ जाता है। बच्चे भी बड़े होकर अपने दोस्त यारों के साथ रिश्ता मजबूत करते-करते अपने मां-बाप को कहीं ना कहीं भूल जाते हैं।
आपके रिश्ते में भी यदि कुछ इस तरह से दरार आ गई है तो हमारी बताई हुई टिप्स की मदद से आप अपने माता पिता के साथ अपना रिश्ता फिर से मजबूत कर सकते हैं।

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माता-पिता के साथ करना है रिश्ते को मजबूत, तो अपनाएं ये टिप्स

1. कम्युनिकेशन है सीक्रेट 

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दो व्यक्तियों के बीच सबसे जरूरी होता है कम्युनिकेट करना। हमारे जीवन की आधी से ज्यादा परेशानी सॉल्व हो जाती है जब हम अपने माता-पिता से बात करते हैं। जब आप अपने माता-पिता से खुल कर बात करेंगे तो आपके और आपके पेरेंट्स के बीच जो गैप है वो भरने लगेगा।



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2.  इंवॉल्वमेंट है जरूरी 

अपने बच्चों के लिए डिसीजन लेना प्रत्येक माता पिता का हक है लेकिन माता-पिता केवल जब तक डिसीजन ले सकते हैं तब तक बच्चा समझदार नहीं होता है। बच्चों के बड़े होने के बाद उनको उनके डिसीजन खुद लेने दीजिए। आप उनके डिसीजन में हस्तक्षेप ना करते हुए उनका सहयोग करें।

3. माफ करना सीखें 

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माफ करने से कोई भी रिश्ता बचाया जा सकता है। माफी मांगने से बच्चे और माता-पिता का रिश्ता गहरा बनता है। गलतियां सबसे होती है इसका मतलब यह नहीं है कि उन गलतियों को माफ ना किया जा सके। गलतियां सबसे होती हैं इसलिए अपने माता-पिता या बच्चों को समझाएं कि वह गलतियां दोबारा ना करें और अपना दिल साफ रखें।

4.  बात करें और समझें

पेरेंट्स का भी जीवन अन्य कामों की वजह से बिजी होता है। ऐसे में कई बार पेरेंट्स अपने बच्चों से बात करना भूल जाते हैं इसलिए आपके रिश्ते में दरार आने से पहले आप अपने माता पिता से बैठ कर बात करिए उनकी बात समझिए जिससे आपका रिश्ता और मधुर बनता जाएगा।

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5. एक दूसरे को दें समय 

आजकल अधिकतर पेरेंट्स वर्किंग पेरेंट्स होते हैं ऐसे में अपने बच्चों के साथ में ज्यादा समय नहीं बिता पाते हैं। बच्चे भी स्कूल कॉलेज कोचिंग में काफी बिजी रहते हैं। लेकिन आप सुनिश्चित करें कि आप कम से कम साथ में कुछ वक्त बिता रहे हैं जैसे रोजाना सुबह सबके साथ नाश्ता करना, समय पर सबके साथ दिन का खाना खाना, रात का डिनर साथ में करना। कभी-कभी आप चाहें तो वीकेंड में कहीं बाहर भी जा सकते हैं।

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