अपने इंस्टाग्राम पोस्ट से फेमस टीवी एक्ट्रेस जूही परमार ने सिंगल पेरेंटिंग को लेकर बात की और बताया कि भले ही सिंगल पैरेंट होने में किसी एक की कमी होती है लेकिन जिम्मेदारियां दुगनी हो जाती हैं। जूही ने आगे शेयर किया कि सिंगल पेरेंटिंग में बच्चों की परवरिश करना कैसा होता है।
Juhi Parmar On Single Parenting: सिंगल मॉम की भूमिका नहीं है आसान
इंडियन टेलीविजन इंडस्ट्री में, जूही परमार एक फेमस नाम हैं और उन्होंने विभिन्न प्रकार के शो भी किये हैं। वह अपनी नौ साल की बेटी समायरा की परवरिश कर रही हैं। एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने चर्चा की कि कैसे दूसरों ने उनकी बेटी को अकेले पालने के लिए उन पर सवाल उठाये थे।
वीडियो को शेयर करते हुए जूही ने लिखा, "सिंगल पेरेंटिंग शायद किसी एक की कमी महसूस कराती है लेकिन याद रखें वहां ज़िम्मेदारियाँ दोगुनी हो जाती हैं। लेकिन मैं किसी भी सिंगल पैरेंट की तरह कोई कसर नहीं छोड़ूंगी... इसलिए अपने सिंगल मॉम होने का निर्णय किसी और पर न छोड़ें।
अपने सिंगल मॉम होने पर जूही की क्या है राय
2009 में शादी करने के नौ साल बाद, जूही और एक्टर सचिन का 2018 में तलाक हो गया। तलाक का मामला कुछ महीनों तक चला और जूही को समायरा की कस्टडी दे दी गई।
यह बताते हुए कि कैसे उन्होंने अपनी बेटी को नेगेटिविटी से बचने की पूरी कोशिश की है, जूही ने कहा कि समायरा जब चाहें अपने पिता से मिलने के लिए स्वतंत्र हैं और कपल में कोई दुश्मनी भी नहीं है।
जूही ने बताया कि, "सचिन और मैं अच्छे दोस्त हैं। हम आगे बढ़ गए हैं। हम सभी एक खुशहाल जगह पर हैं जहां हमारी बेटी को कोई खालीपन महसूस नहीं होता है। समायरा पूरी तरह से स्वतंत्र है। जब भी वह चाहती है उसके पिता से मिलें और बात करें। मेंरा मानना है कि तलाक एक जोड़े के बीच होता है न कि माता-पिता के बीच।"