Mistakes Parents Make With Teens: टीनेजर्स का वो उम्र होता है जब वे अपने आप को जानने और समझने की कोशिश करते हैं। यह एक चुनौतीपूर्ण और रोमांचक दौर होता है, जिसमें वे अपने भावनाओं, विचारों, और लक्ष्यों को पता करते हैं। इस दौर में उन्हें माता-पिता का सहयोग, और प्यार की जरूरत होती है, ताकि वे अपने आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को बनाए रख सकें। लेकिन कई बार माता-पिता अपने टीनेज बच्चो के साथ ऐसी गलतियां कर देते हैं, जो उनके बीच की दूरियां बढ़ा देती हैं, और उनके विकास पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। आइए जानते हैं कि वो कौन-सी गलतियां हैं, जिन्हें माता-पिता को अपने टीनेजर्स के साथ नहीं करनी चाहिए।
गलतियां जो माता पिता टीनेजर्स के साथ करते है
1. उन्हें बात-बात पर डांटना या डराना
कई माता-पिता अपने टीनेजर्स को बात-बात पर डांटते या डराते हैं, जैसे कि उनके अच्छे नंबर लाने पर, उनके दोस्तों के साथ रहने पर, उनके कपड़ों या शौक के बारे में, आदि। इससे वे अपने माता-पिता से डरने लगते हैं, और उनसे अपनी बातें शेयर नहीं करते हैं। इसके बजाय, माता-पिता को अपने टीनेजर्स को समझाने की कोशिश करनी चाहिए, और उनके साथ दोस्ती का रिश्ता बनाना चाहिए।
2. उनकी राय या भावनाओं को नजरअंदाज करना
कई माता-पिता अपने टीनेजर्स की राय या भावनाओं को नजरअंदाज कर देते हैं, या उन्हें बचकाना या अनावश्यक समझते हैं। इससे वे अपने माता-पिता से नाराज हो जाते हैं, और उन्हें लगता है कि उनकी कोई इज्जत नहीं है। इसके बजाय, माता-पिता को अपने टीनेजर्स की राय या भावनाओं को सम्मान देना चाहिए, और उनके साथ बातचीत करना चाहिए।
3. उनकी तुलना दूसरों से करना
कई माता-पिता अपने टीनेजर्स की तुलना दूसरों से करते हैं, जैसे कि उनके भाई-बहन, दोस्त, रिश्तेदार, आदि। इससे वे अपने आप में कमी महसूस करने लगते हैं, और उनका आत्मविश्वास कम हो जाता है। इसके बजाय, माता-पिता को अपने टीनेजर्स को उनकी खूबियों का एहसास कराना चाहिए, और उनके साथ प्रोत्साहन करना चाहिए।
4. उनके जीवन के फैसलों में हस्तक्षेप करना
कई माता-पिता अपने टीनेजर्स के जीवन के फैसलों में हस्तक्षेप करते हैं, जैसे कि उनका कैरियर, उनका पढ़ाई, उनका प्रेम, आदि। इससे वे अपने माता-पिता के दबाव में रहते हैं, और उनकी खुशी और संतुष्टि कम हो जाती है। इसके बजाय, माता-पिता को अपने टीनेजर्स को उनके जीवन के फैसलों में स्वतंत्रता और जिम्मेदारी देनी चाहिए, और उनके साथ सलाह और मार्गदर्शन करनी चाहिए।
5. उनके साथ बातचीत नहीं करना
कई माता-पिता अपने टीनेजर्स के साथ बातचीत नहीं करते हैं, या उनके साथ बात करने का समय नहीं निकालते हैं। इससे वे अपने माता-पिता से दूर हो जाते हैं, और उनके मन में कई सवाल, समस्याएं, और भ्रम रह जाते हैं। इसके बजाय, माता-पिता को अपने बच्चों के साथ रोजाना बातचीत करनी चाहिए, और उनके साथ अपने दिन, अपनी बातें, और अपनी भावनाओं को शेयर करनी चाहिए।