9 महीने के लंबे इंतजार के बाद, जब एक माँ को बच्चे होने की खुशी प्राप्त होती है, वह पल किसी भी महिला और पुरुष के जीवन में सबसे सुखद पल होता है, जब हम पहली बार अपने शिशु को हाथ में उठाते हैं तब हमें खुशी तो महसूस होती है, लेकिन उसके साथ-साथ हमें उसकी जिम्मेदारियों का भी एहसास होता है इसका पालन पोषण करना, बड़ा करना ऐसी ही कई जिम्मेदारियां एक मां और पिता के ऊपर आ जाती हैं, इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको पता चलेगा की शिशु की देखभाल कैसे की जानी चाहिए।
New born baby care tips :
1. ब्रेस्टफीडिंग
सबका अलग-अलग होता है प्रत्येक बच्चे की जरूरत अलग-अलग होते हैं, और हमें इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि अगर शिशु नवजात है, तो उसको एक से 3 घंटे के बीच में दूध पिलाना जरूरी हैं, अगर वह बच्चा 2 से 3 महीने का है तो हर 2 से 3 घंटे में उसको दूध पिलाना जरूरी हैं, और बच्चा 6 से 8 महीने का है तो उसको 4 से 5 घंटे के बीच में दूध पिलाना अनिवार्य है, धीरे-धीरे जब बच्चा बड़ा होने लगता है तब उसको साबुत आहर खिलाने की जरूरत होती है।
2. शिशु को डकार दिलाना
यह बात खास ध्यान देने वाली है कि, अगर स्तनपान कराया गया है तो, शिशु को डकार दिलाना भी उतना ही जरूरी है, जितना उसको दूध पिलाना जरुरी है, उतना ही शिशु को डकार दिलाना भी जरुरी है अगर शिशु को डकार नहीं आएगी तो शिशु दूध को बाहर निकलने लगेगा, जिस वजह से उसका पेट हमेशा खाली ही रहेगा, इसलिए हमें उसकी पीठ को थपथपाते हुए हल्के हाथ से उसे डकार दिलाने जरूरी है।
3. डायपर का खास ख्याल
नवजात शिशु के स्किन बहुत ही मुलायम होती है, एक एडल्ट के मुकाबले बेबी की स्किन 10 गुना ज्यादा मुलायम होती है, इस वजह से हमें उसकी स्किन का खास ख्याल रखना चाहिए, हमें हमेशा डायपर लगाने से पहले उसको क्रीम लगानी चाहिए, और हमेशा ध्यान देना चाहिए के डायपर केवल और केवल जरूरत के समय पर ही लगाया जाये।
4. नवजात की मालिश
शिशु की मालिश करने की प्रक्रिया हमारे समाज में कई वर्षों से चली आ रही है। नवजात की मालिश करने से उसका तनाव दूर होता है, अथवा पाचन क्रिया में भी सुधार होता है। शिशु की मालिश के लिए नारियल का तेल, जैतून का तेल अथवा बेबी कोयल का इस्तेमाल कर सकते हैं