At what age should a child be sent to play school How to prepare a child: बच्चों के भावनात्मक, सामाजिक, शारीरिक और मानसिक विकास के लिए उन्हें प्ले स्कूल में भेजना चाहिए। वह इससे चीजें आसानी से सीखते हैं। जानिए किस उम्र में अपने बच्चे का एडमिशन कराए प्ले स्कूल में, क्या है इसके फ़ायदे, किस तरह से यह बच्चे की बेसिक समझ डेवेलप् करने में होगा प्ले स्कूल सहायक।
सही उम्र में अच्छे प्ले स्कूल में कराए एडमिशन
बता दे कि बच्चे के मस्तिष्क का 90 प्रतिशत विकास 5 वर्ष की आयु तक हो जाता है। ऐसे में आप अपने बच्चें का नाम 3-4 वर्ष की आयु में किसी भी प्ले स्कूल में लिखवा सकती हैं। इस उम्र में बच्चा खेलते-खेलते बहुत सी नई चीज़ें सीखता है।
प्ले स्कूल में बच्चे का एडमिशन कराने के फ़ायदे
बच्चे को प्ले स्कूल में डालने से बहुत से फ़ायदे है। इससे बच्चे का शरीरिक और मानसिक विकास होता है।
1- भाषा में सुधार
प्ले स्कूल जाने से बच्चों की भाषा में भी सुधार आता है और शब्दावली का विकास होता है, क्योंकि बच्चे अक्सर घर पर जितना सीख पाते हैं और उससे अधिक प्ले स्कूल में बोलना और शब्दों को प्रयोग करना सीखते हैं। इसके अलावा अन्य बच्चों के साथ वे शेयरिंग की आदत का विकास भी कर पाते हैं।
2- सीखने की क्षमता का विकास
छोटे बच्चों में सीखने और किसी चीज के बारे में जानने की जिज्ञासा बहुत अधिक होती है। वे आमतौर पर आसपास की चीजों को छूने, खेलने और देखने के लिए उत्सुक रहते हैं। कई बार पेरेंट्स बच्चे को घर पर उस तरह से समय नहीं दे पाते हैं जिससे कि वे उनकी हर जिज्ञासा और एक्टिविटी पर ध्यान दें। लेकिन प्ले स्कूल में उन्हें तरह-तरह के खेल और एक्टिविटी को करने का मौका मिलता है। इससे बच्चे की सीखने की क्षमता बढ़ती जाती है और बच्चे का मानसिक विकास होता है।
3- बच्चा सीखता है शेयरिंग इस कैरिंग'
बच्चे को 'shearing is caring' सिखाना भी ज़रूरी है। ऐसे में प्ले स्कूल बहुत सहायक साबित होते है। स्कूल मे बच्चा अन्य बच्चों के साथ खेलता कुदता है, साथ खाना खाता है। जिससे बच्चा चीजें बांटना सीखता है।
4- बच्चे को कैसे करे प्ले स्कूल के लिए तैयार
रूटीन फॉलो करना सिखाए- यदि आपके बच्चे को एक रूटीन फॉलो करने में परेशानी आती है, तो उसे प्ले स्कूल भेजने से पहले घर पर ही एक रूटीन का पालन करना सीखाएं, जिससे कि उनके लिए प्ले स्कूल की दिनचर्या को अपनाना आसान हो।