Why should children be told stories: बचपन में आपने भी अपनी दादी या नानी से कहनियां ज़रूर सुनी होगी। हमारे घरों में बच्चों को कहानियां सुनने की परंपरा प्राचीन समय से ही चली आ रही है। बच्चों को कहानियां सुनाने के कई लाभ होते हैं। कहानियां न केवल मनोरंजन का साधन होती हैं, बल्कि वे बच्चों के विकास और सीखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। कुल मिलाकर कहें तो कहानियाँ बच्चों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे न केवल बच्चों को मज़ा और मनोरंजन प्रदान करती हैं, बल्कि उनके मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। यहाँ कुछ वजह जानिए कि क्यों बच्चों को कहानियां सुनानी चाहिए।
बच्चों को कहनियां क्यों सुनानी चाहिए?
1. भाषा और शब्दावली का विकास
कहानियों के माध्यम से बच्चे नए शब्दों और वाक्यांशों से परिचित होते हैं, जिससे उनकी शब्दावली और भाषा कौशल में सुधार होता है। साथ ही कहानियों में विभिन्न वाक्य संरचनाएँ होती हैं, जिससे बच्चे भाषा की जटिलताओं को समझना सीखते हैं।
2. कल्पना और रचनात्मकता को बढ़ावा
कहानियां बच्चों की कल्पना को प्रोत्साहित करती हैं। वे मानसिक रूप से उन स्थानों, पात्रों और घटनाओं की कल्पना करने लगते हैं जो कहानियों में वर्णित होते हैं। विभिन्न कहानियों और उनके मोड़ से बच्चों की रचनात्मक सोच को प्रोत्साहन मिलता है, जिससे वे अपनी कहानियाँ भी बनाने लगते हैं।
3. सामाजिक और नैतिक शिक्षा
कहानियों के पात्र और उनके सिचुएशन बच्चों को विभिन्न सामाजिक परिस्थितियों को समझने में मदद करती हैं। परीकथाओं और लोककथाओं के माध्यम से बच्चे अच्छे-बुरे, नैतिक-अनैतिक के बारे में सीखते हैं, जिससे उनका नैतिक विकास होता है।
4. संस्कृति और परंपरा की समझ
लोककथाओं और पारंपरिक कहानियों के माध्यम से बच्चे अपनी संस्कृति और इतिहास को जानने लगते हैं। विभिन्न सांस्कृतिक कहानियों के माध्यम से बच्चे अन्य संस्कृतियों और परंपराओं के प्रति सम्मान विकसित करते हैं।
5.बौद्धिक विकास
कहानियों में आने वाली समस्याओं और उनके समाधान से बच्चों की तर्कशक्ति और समस्या सुलझाने की क्षमता बढ़ती है। कहानियां पढ़ने और सुनने की आदत से बच्चों में किताबों के प्रति रुचि विकसित होती है, जो आगे चलकर उनके बौद्धिक विकास में सहायक होती है।