/hindi/media/media_files/2025/03/29/5ndkge7g5JWLlaO926Br.png)
Photograph: (Freepik)
5 Breast Related Diseases That You Should Know About: स्तन यानि ब्रेस्ट महिलाओं का शरीर का एक अभिन्न हिस्सा है। इसलिए इसके बारे में पता होना बहुत जरूरी है। ब्रेस्ट से जुड़ी बीमारियाँ महिलाओं में सबसे आम स्वास्थ्य समस्याओं में से एक मानी जाती हैं। कुछ समस्याएं छोटी होती है लेकिन इनमें से कई बीमारियाँ गंभीर और जानलेवा भी हो सकती हैं। ऐसे में समय पर पहचान और इलाज से कई स्तन से जुड़ी समस्याओं को ठीक किया जा सकता है या बड़ी बीमारियों को रोका जा सकता है। इस आर्टिकल में आपको स्तन से जुड़ी कुछ ऐसी ही बीमारियों के बारे में बताएंगे, जिनके बारे में जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। इन बीमारियों को पहचानने और उनका इलाज समय रहते करने से आप गंभीर समस्याओं से बच सकती हैं।
स्तन से जुड़ी ये 5 बीमारियां जिनके बारे में आपको जानना जरूरी है
1. स्तन कैंसर
ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर का प्रकार है। यह तब होता है जब स्तन में कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ती है, जिससे ट्यूमर बनता है। शुरुआत में इसमें लक्षण बहुत सामान्य होते है जैसे स्तन में गांठ, स्तन के आकार या त्वचा में बदलाव, बगल में सूजन या दर्द, निप्पल का अंदर की ओर धस जाना, निप्पल से खून या डिस्चार्ज निकलना, या निप्पल के आकार में बदलाव, स्तन में दर्द होना आदि। इसलिए रेगुलर स्क्रीनिंग जैसे मैमोग्राफी से इसकी पहचान करना बेहद महत्वपूर्ण है।
2. फाब्रोसिस्टिक
यह एक नॉरमल स्थिति है जिसमें स्तन में गांठ, सूजन और दर्द होता है। यह पीरियड्स के दौरान अधिक होता है और आमतौर पर कैंसर का कारण नहीं बनता। इसमें स्तन में बदलाव हो सकता है, इसके लक्षण है स्तन में गांठ, दर्द और भारीपन आदि। इसके लिए आमतौर पे किसी इलाज की जरूरत नहीं है। बस डॉक्टर से नियमित जांच करवाना बहुत जरूरी है।
3. मैस्टाइटिस
इससे ब्रेस्ट में सूजन होती है , जो आमतौर पर स्तनपान करने वाली महिलाओं में होता है। ये स्तन में संक्रमण कारण बन सकती है, जिससे सूजन, दर्द और लालिमा आ जाती है। इसमें सूजन वाला क्षेत्र जो छूने पर गर्म और दर्दनाक लग सकता है। यह ब्रेस्ट के टिशूज को प्रभावित करती है और आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाओं से इलाज से ठीक हो जाती है।
4. ब्रेस्ट एब्सेस
यह एक गहरे संक्रमण के कारण होता है, जो स्तन में फोड़े के जैसा होता है । इसके कारण ब्रेस्ट में एक नरम गांठ बन जाती है, जो दर्दनाक हो सकती है। इसका इलाज आमतौर पर सर्जरी से किया जाता है, जिसमें फोड़े का पस निकाला जाता है। इसमें प्रभावित क्षेत्र में लाल हो जाता है। इससे बचने के लिए अपनी त्वचा और निप्पल को सौम्य जीवाणुरोधी साबुन से धोएं।ब्रा या शर्ट पहनने से पहले क्षेत्र को हवा में सूखने दें। फोड़े को दबाने, धकेलने, फोड़ने या किसी अन्य तरीके से छेड़ने से बचें।
5. डक्टल डिसप्लेसिया
यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें बेस्ट की दूध उत्पादन करने वाली नलियों में असामान्य कोशिकाएँ पाई जाती हैं। यह स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती है, लेकिन यह हर समय कैंसर का कारण नहीं बनती। इसके लिए रेगुलर चेककप कराने की जरूरत है ताकि जल्दी ही समय पर इलाज किया जा सके।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।