एक प्रेग्नेंट महिला को अपने खाने का अत्यधिक ध्यान रखना चाहिए क्योंकि यह खाना ही उसके और उसके बच्चे के विकास का करता है। कीवी को चाइनीज गुसबेरी भी कहा जाता है। यह विटामिंस और मिनरल्स से भरपूर होता है। इसमें विटामिन सी, के, ई, पोटेशियम, आयरन, कॉपर, मैग्नीशियम, फास्फोरस, आदि जैसे सभी गुण प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं।
पोषण से भरपूर होने के कारण यह एक प्रेग्नेंट महिला के लिए और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। कुछ लोगों को यह कन्फ्यूजन होती है कि क्या कीवी प्रेग्नेंट महिला के लिए सुरक्षित है या नहीं। हम आपको बता देते हैं कि यह बिल्कुल सुरक्षित है अगर आपको कीवी एलर्जी नहीं है। कीवी में फैट और शुगर का लेवल भी कम होता है।
प्रेग्नेंसी में कीवी खाने के फायदे -
1. फोलेट से भरपूर
एक कीवी में एवरेज 17 माइक्रोग्राम फोलेट मौजूद होता है। फोलेट बच्चे को preventive neural tube defects से बचाता है। यह समस्या बच्चे को आपकी प्रेग्नेंसी के 6-7 हफ्तों के अंदर हो सकती है। इसलिए यह जरुरी है कि आप फोलेट का पर्याप्त मात्रा में सेवन करे। कीवी इसका एक अच्छा और रिच स्रोत है।
2. एनीमिया से बचाव
एनीमिया लोग किसी व्यक्ति को तब होता है जब उसके शरीर में आयरन की कमी हो। विटामिन सी आयरन को शरीर में सोखने में मदद करता है और यह इसलिए काफी जरूरी है। प्रेगनेंसी के दौरान या प्रेगनेंसी के बाद खून की कमी यानी एनीमिया से बचने के लिए विटामिन सी का सेवन बहुत जरूरी है। कीवी विटामिन सी से भरपूर होता है इसलिए प्रेगनेंसी में उसे खाना आपके लिए फायदेमंद है।
3. डायबिटीज से बचाव
कीवी में दूसरे फलों के मुकाबले शुगर लेवल कम होता है। प्रेग्नेंसी में trimester के दौरान महिलाओं को अकसर जेस्टेशनल डायबिटीज़ हो जाती है। कीवी में ग्लाइसेमिक का लेवल कम होता है। इसलिए यह आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता नहीं है। लेकिन यह आपकी मीठा खाने की क्रेविंग को ख़त्म कर देता है।
4. फाइबर से भरपूर
कीवी में फाइबर प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है जो अच्छी और फेल्सिबल मूवमेंट के लिए लाभदायक होता है। यह आपके पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे कब्ज़ और डायरिया से भी छुटकारा दिलाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान पाचन क्रिया धीमी पड़ सकती है जिसमे यह फल आपकी मदद करेगा।
5. हड्डिया होती हैं मज़बूत
कीवी में विटामिन के भी प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है। यह चोट लगने पर खून के बहाव को रोकने में मदद करता है। यह आपके शरीर की रिकवर होने की क्षमता को बढ़ा देता है और साथ ही हड्डियों के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है।