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5 Reasons For Delayed Periods: आमतौर पर पीरियड्स साइकिल 28-35 दिनों का होता है। कई बार इसमें 2-3 दिनों की देरी भी हो जाती है। यानी अगर किसी महिला को किसी महीने में के 15 तारीख को पीरियड्स आए हैं, तो हो सकता है कि अगले महीने उसे 17 या 18 तारीख को पीरियड्स आए। अधिकतर महिलाओं के साथ ऐसा होता है और यह पूरी तरह सामान्य भी है। लेकिन बदलती जीवनशैली, तनाव, खान–पान में बदलाव या कई और कारणों से पीरियड्स आने में बहुत ज़्यादा देरी भी हो सकती है। पीरियड्स में देरी आने के कई कारण हो सकते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए ज़रूरी है कि आप इसके पीछे के कारणों को समझें।
देरी से पीरियड्स आने के क्या कारण हो सकते हैं?
1. तनाव
महिलाओं में अत्यधिक तनाव देरी से पीरियड्स आने के कारणों में से एक हो सकता है। तनाव आपके हॉरमोन में कई बदलाव ला देता है जिसके कारण पीरियड्स के आने में देरी हो सकती है।
2. वज़न में बदलाव
अव्यवस्थित खान-पान की आदतों या किन्हीं भी कारणों से अगर बहुत तेज़ी से आपका वज़न घट जाता है तो यह भी देरी से पीरियड्स आने का एक कारण बन सकता है। या फिर अचानक वज़न के बढ़ने से भी हॉरमोनल बदलाव के कारण पीरियड्स में अनियमितताएँ हो सकती हैं।
3. सही पोषण की कमी
अगर महिलाओं को संतुलित आहार, जिसमें सभी ज़रूरी पोषक तत्वों का सही मिश्रण हो, न मिले तो इससे उनका हॉरमोन संतुलन बिगड़ सकता है जिससे पीरियड्स में देरी जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
4. थायराइड की समस्या
थायराइड हमारे हॉरमोन संतुलन को नियंत्रित करता है। अगर किसी महिला को थायराइड की समस्या रही तो इसका असर उनके पीरियड्स पर भी पड़ सकता है। थायराइड हॉरमोन के स्तर को नियंत्रित करता है इसलिए इससे पीरियड्स प्रभावित हो सकते हैं।
5. पीसीओएस
पीसीओएस के कारण शरीर में अधिक एण्ड्रोजन का उत्पादन होता है। इस हॉरमोन असंतुलन के परिणामस्वरूप अंडाशय पर सिस्ट बन जाते हैं जिससे ओव्यूलेशन अनियमित हो सकता है या पूरी तरह से रुक भी सकता है।