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Emotional Health: भावनात्मक रूप से मजबूत होने की 6 आदतें

आज के भाग दौड़ भरे समय में अपनी मेंटल(इमोशनल) स्ट्रैंथ को स्ट्रांग रखना मुश्किल हो गया है। हालांकि कि आप इमोशनली स्ट्रांग होने के लिए इन आदतों को अपने रूटीन में ला सकते हैं। जो आपको इमोशनली स्ट्रांग होने में मदद करेगी।

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Priya Rajput
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Emotional Health

6 Habits Of Being Emotionally Strong (Image Credit: Freepik)

6 Habits Of Being Emotionally Strong: अगर आप काम के कारण, जिम्मेरियों के चलते या अन्य किसी कारण से स्ट्रेस या किसी प्रकार के तनाव से जूझ रहे हैं। किसी की कही हुई बात आपके मन में बैठ जाती है और आप उससे बाहर नहीं निकल पाते और इमोशनली वीक फील करते हैं और इमोशनली स्ट्रांग होना चाहते हैं। तो इन आदतों को अपने रूटीन में लाइये। जो आपको इमोशनली स्ट्रांग बनने में हेल्प करेगी।

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भावनात्मक रूप से मजबूत होने की 6 आदतें

1. मेडिटेशन

मेडिटेशन दिमाग़ की हैल्थ के लिए बहुत हेल्पफुल है। मेडिटेशन से दिमाग़ एकाग्र और विकसित होता है। रोज़ाना मेडिटेशन करने से मन शांत रहता है, दिमाग फॉउसड रहता है। जिससे इमोशनली स्ट्रांग बनने में हेल्प मिलती है। इसलिए रोज़ाना 10-15 मिनट मेडिटेशन ज़रूर करें। ये आपकी ब्रेन् हैल्थ को सपोर्ट करता है।

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2. सेल्फ कॉन्फिडेंस

अक्सर हम दूसरों के काम और पोजिशन को देखकर खुद को उनसे कंपेयर करने लगते हैं जिससे हमारा कॉन्फिडेंस लेवल डाउन हो जाता है। इसलिए अपना सेल्फ कॉन्फिडेंस करें बूस्ट। खुद को कभी किसी से कम न समझें। ये सोचिए कि जो आपको आता है वह काम आपसे बेहतर कोई नहीं कर सकता। लेकिन कभी ओवर कॉन्फिडेंस में न रहें ये भारी भी पड़ सकता है।

3. स्ट्रांग कनेक्शन

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हर किसी के जीवन में कोई न कोई ऐसा व्यक्ति ज़रूर होता है जो आपके कॉन्फिडेंस बूस्टर की तरह काम करता है। यह आपके माता- पिता, जीवनसाथी, दोस्त, भाई या बहन कोई भी हो सकता है।आप जब भी डाउन फील करते हैं तो वह इंसान आपके कॉन्फिडेंस लेवल को बढ़ाने में हेल्प करता है। आपको इमोशनली सपोर्ट करता है और मेंटली स्ट्रांग बनाने में भी हेल्प करता है।

4. पॉजिटिव रहें

अपने आस पास के लोगों से अच्छी चीजें ओब्ज़र्व करें और नेगेटिविटी दूर करें। अपने आस पास एक सकारात्मक नैचर डेवेलप् करें इससे आपका माइंड भी पॉजिटिव रहेगा। पॉजिटिव थिंकिंग होने से आप मेंटली इमोशनली स्ट्रांग फील करेंगे।

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5. डेवलोपमेंट

अगर आपको जॉब रिलेटेड कोई भी काम चुनौती भरा लग रहा है तो उसे खुद को डेवेलप् करने का एक मौका समझें। और उसमें खुद का श्रेष्ठ करें। इससे आपका कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ेगा और आप इमोशनली स्ट्रांग फील करेंगी।

6. चिकित्सक से करें संपर्क

कई बार ऐसा होता है कि कोई हादसा मन में घर कर गया हो और आप उससे बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। अगर आपको मेंटल हैल्थ में दिक्कतें हैं तो ऐसे में इमोशनली डाउन फील करने पर एक एक्सपर्ट डॉक्टर से संपर्क करें।

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

भावनात्मक Emotional Health इमोशनल स्ट्रैंथ
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