PCOD Awareness: PCOD के कारण फर्टिलिटी कैसे प्रभावित होती है

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओडी) एक हार्मोनल विकार है जो महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है। पीसीओडी में, महिलाओं के अंडाशय में कई छोटे सिस्ट होते हैं जो हार्मोन के असंतुलन का कारण बनते हैं।

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Shivalika Srivastava
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Affects of PCOD on Fertility: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओडी) एक हार्मोनल विकार है जो महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है। पीसीओडी में, महिलाओं के अंडाशय में कई छोटे सिस्ट होते हैं जो हार्मोन के असंतुलन का कारण बनते हैं। इससे महिलाओं के मासिक धर्म चक्र में अनियमितता आ सकती है, जैसे कि अनियमित पीरियड्स या पीरियड्स की अनुपस्थिति। इसके अलावा, पीसीओडी से पीड़ित महिलाओं में अक्सर ओवुलेशन की समस्या होती है, जिससे गर्भधारण करना मुश्किल हो सकता है। पीसीओडी के कारण फर्टिलिटी प्रभावित होने से महिलाओं को गर्भधारण करने में कठिनाई हो सकती है, लेकिन इसका इलाज संभव है। डॉक्टर की सलाह और उपचार से महिलाएं अपने फर्टिलिटी को बढ़ा सकती हैं और गर्भधारण कर सकती हैं। पीसीओडी के कारण फर्टिलिटी प्रभावित होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से एक हार्मोनल असंतुलन है।

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PCOD से पीड़ित महिलाओं में अक्सर एंड्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ा हुआ होता है, जो ओवुलेशन को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा, पीसीओडी से पीड़ित महिलाओं में अक्सर इंसुलिन प्रतिरोध होता है, जो भी फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है। लेकिन पीसीओडी के कारण फर्टिलिटी प्रभावित होने के बावजूद, महिलाएं अपने फर्टिलिटी को बढ़ाने और गर्भधारण करने के लिए कई विकल्पों का उपयोग कर सकती हैं।

पीसीओडी के कारण फर्टिलिटी प्रभावित होने के बावजूद, महिलाएं अपने स्वास्थ्य और फर्टिलिटी को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठा सकती हैं। वे अपने आहार और जीवनशैली में बदलाव कर सकती हैं, जैसे कि नियमित व्यायाम करना और स्वस्थ आहार लेना। इसके अलावा, वे अपने डॉक्टर की सलाह और उपचार का पालन कर सकती हैं और अपने फर्टिलिटी को बढ़ाने के लिए अन्य विकल्पों का उपयोग कर सकती हैं।

PCOD के कारण फर्टिलिटी कैसे प्रभावित होती है

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आइए जानते हैं कि कैसे PCOD के कारण फर्टिलिटी प्रभावित होती है 

1.ओवुलेशन की समस्या

पीसीओडी से पीड़ित महिलाओं में अक्सर ओवुलेशन की समस्या होती है, जिससे गर्भधारण करना मुश्किल हो सकता है। ओवुलेशन की अनुपस्थिति या अनियमितता के कारण अंडे का निषेचन नहीं हो पाता है।

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2.हार्मोनल असंतुलन

पीसीओडी में हार्मोनल असंतुलन होता है, जिससे महिलाओं के मासिक धर्म चक्र में अनियमितता आ सकती है। इससे गर्भधारण करने में कठिनाई हो सकती है।

3.अनियमित पीरियड्स

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पीसीओडी से पीड़ित महिलाओं में अक्सर अनियमित पीरियड्स होते हैं, जिससे गर्भधारण करने के लिए सही समय का पता लगाना मुश्किल हो सकता है।

4.इंसुलिन प्रतिरोध

पीसीओडी से पीड़ित महिलाओं में अक्सर इंसुलिन प्रतिरोध होता है, जिससे गर्भधारण करने में कठिनाई हो सकती है। इंसुलिन प्रतिरोध के कारण हार्मोनल असंतुलन बढ़ सकता है।

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5.गर्भधारण की कठिनाई

पीसीओडी के कारण फर्टिलिटी प्रभावित होने से महिलाओं को गर्भधारण करने में कठिनाई हो सकती है। लेकिन इसका इलाज संभव है। डॉक्टर की सलाह और उपचार से महिलाएं अपने फर्टिलिटी को बढ़ा सकती हैं और गर्भधारण कर सकती हैं।

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