Cross Legged Sitting: पैर क्रॉस करके बैठना, यानी एक पैर को दूसरे पैर के ऊपर रखकर बैठना बहुत से लोगों की आदत होती है. ऐसा करना उन्हें कंफर्टेबल लगता है। हालांकि, अगर आप ऐसे ज्यादा बैठना पसंद करते है तो आज से ही इसको छोड़ दे क्योंकि इससे कई स्वास्थ्य से जुड़े समस्या हो सकता है।
जब आप एक पैर के ऊपर दूसरा पैर चढ़ाकर बैठते है तो उसे आपके पेल्विक एरिया में बोन एलाइनमेंट की समस्या (Cross Legged Sitting Side Effects) हो सकती है और ब्लड सर्कुलेशन को अफेक्टेंड कर सकता है. रिसर्च में पाया गया है कि क्रॉस लेग बैठने वालों में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं क्रॉस लेग पोस्चर सेहत पर कैसे असर डालता है।
पैर क्रॉस करके बैठना आपके लिए क्यों हानिकारक हो सकता है?
1. ब्लड सर्कुलेशन इफेक्ट
जब आप पैर क्रॉस करके बैठते हैं, तो आपके शरीर के निचले हिस्से पर दबाव पड़ता है। यह दबाव आपके पैरों की नसों और ब्लड वेसल्स पर असर डाल सकता है। लंबे समय तक ऐसा करने से खून, का प्रवाह बाधित हो सकता है, जिससे पैरों में सूजन, खुजली, और ऐंठन जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अलावा, ब्लड वेसल्स में रुकावट के कारण, डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) जैसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं।
2. पीठ और कमर पर असर
पैर क्रॉस करके बैठना आपकी मुद्रा को असामान्य बना सकता है। इससे आपकी पीठ और कमर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे पीठ दर्द, गर्दन में अकड़न, और अन्य मस्कुलोस्केलेटल समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। नियमित रूप से इस स्थिति में बैठने से काठ के हिस्से में इंबैलेंस और दर्द हो सकता है।
3. हड्डियों और जोड़ों पर असर
इस स्थिति में बैठने से आपके घुटनों और कूल्हों पर भी दबाव पड़ता है। यह लंबे समय में जोड़ो के दर्द और सूजन का कारण बन सकता है। क्रॉस लेग्ड पोजीशन से कूल्हों की सही स्थिति में कमी हो सकती है, जिससे गठिया जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
4. नर्व्स पर प्रभाव
पैर क्रॉस करके बैठने से सायटिक नर्व पर दबाव पड़ता है, जो पीठ से पैर तक फैलती है। इससे सायटिका जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिसमें दर्द और झनझनाहट का अनुभव होता है। लंबे समय तक इस स्थिति में बैठने से नर्व्स पर स्थायी असर भी पड़ सकता है।
5. इंटरनल अंगों पर प्रभाव
इस स्थिति में बैठने से पेट और इंटरनल ऑर्गेंस पर दबाव पड़ता है। यह पाचन तंत्र (Mechanism) के कार्य में बाधा डाल सकता है और पेट की समस्याओं को जन्म दे सकता है। लंबे समय तक इसी स्थिति में बैठने से पेट फूलने और असहजता का अनुभव हो सकता है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।