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Javitri Ke Fayede: छोटी-सी रेशेदार जावित्री के हैं फ़ायदे अनेक

हैल्थ : गरम मसाले में ही आता है जावित्री का नाम। जावित्री हर भारतीय किचन में पाई जाती है, जिसके भी अपने गुण और महत्व हैं। आइए जाने जावित्री से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

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Prabha Joshi
25 Jan 2023
Javitri Ke Fayede: छोटी-सी रेशेदार जावित्री के हैं फ़ायदे अनेक

जावित्री देखने में भूरी-सी, लाल-लाल या नारंगी होती है

Javitri Ke Fayede: जावित्री हमारी किचन में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण मसाला है। इसे गरम मसाले के रूप में महिलाएं प्रयोग करती हैं। जावित्री तासीर में गरम होने के चलते थोड़ी-सी मात्रा में प्रयोग की जाती है। पर क्या आप जानते हैं, ये छोटी-से लाल, भूरे या नारंगी से रेशे हैं क्या? जी, जावित्री या जो रेशे आप देख रहे हैं, जायफल के पेड़ से ही प्राप्त होते हैं। 

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क्या है जावित्री

जायफल, जायफल के पेड़ के फल का बीज है, वही जावित्री उसका ऊपरी हिस्सा। जब जायफल का फल सूख जाता है, तो उसका ऊपरी हिस्सा सूखकर फटने लगता है। जिस तरह नारियल का ऊपरी झाड़। क्योंकि इसके अपने बहुत गुण हैं, इसे निकाल का बचा लिया जाता है। और बाज़ार में बेचा जाता है। वहीं, इसके बीज को जो जायफल के नाम से जाना जाता है, जायफल के रूप में बेचा जाता है। कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है जायफल का पेड़ हमें दो मसाले देता है। 

जावित्री के फ़ायदे

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जावित्री का प्रयोग सब्ज़ी, करी आदि में फ़्लेवर लाने के लिए किया जाता है। ये न सिर्फ़ ख़ुशबू देता है, बल्कि स्वाद और रंग भी खाने को देता है। जावित्री लगभग रोज़ाना ही हमारी रसोई में प्रयोग में लाई जाती है। आइए जाने जावित्री के फ़ायदे :-

  • एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण : जावित्री में सूजन को रोकने के गुण पाए जाते हैं। ये दर्द निवारक के रूप में प्रयोग में लाया जाता है। इसके सेवन से गठिया और अन्य तरह के दर्द में लाभ मिलता है। 
  • एंटीबैक्टीरियल गुण : इसमें कीटाणुनाशक गुण होते हैं जिसके चलते ये शरीर में बीमारियां नहीं होने देती। इसके सेवन से दांद दर्द, मसूड़ों के दर्द में राहत मिलती है। मुंह के दुर्गंध को भी जावित्री दूर करती है। 
  • एंटीडॉयबिटिक गुण : जावित्री के सेवन से डॉयबिटीज़ के रोगी राहत पा सकते हैं। इसके अंदर डॉयबिटीज़ के ख़िलाफ़ लड़ने की शक्ति होती है। इसके सेवन से डॉयबटीज़ से छुटकारा पाया जा सकता है।
  • एंटासिड गुण : ये एसिटिडी रोकने में कारगार है। इसके सेवन से पाचन संबंधी समस्याएं नहीं होतीं। पेट की बीमारियां भी जावित्री के सेवन से दूर हो जाती हैं। 
  • एंटीऑक्सीडेंट गुण : इसके सेवन से खांसी-ज़ुकाम नहीं होता। ये शरीर में इम्यूनिटी बनाए रखने का काम करती है। 

इस तरह जावित्री में किडनी को सही रखने के भी गुण पाए जाते हैं। लेकिन अधिक मात्रा में जावित्री का सेवन भी हानिकारक है। इसको सीमित मात्रा में ही प्रयोग में लेना चाहिए। 

चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।

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