कैंसर ख़तरनाक बीमारियों में से एक है। इसका उपचार संभव है लेकिन आज भी इसका कोई सफल इलाज मौजूद नही है। अगर कैंसर की जांच होने में वक्त लग जाता है तो यह जानलेवा साबित होता है। इसलिए आवश्यक है कि आप अपने शरीर को जानें और कुछ असामान्य होने पर डाक्टर से संपर्क करे। कैंसर कई प्रकार के होते हैं। आइए आज जानते हैं कैंसर के ही एक प्रकार- बाउल(आंत) कैंसर के बारे में।
बाउल कैंसर, कैंसर का वो प्रकार है जो बड़ी आंत से शुरू होता है। इसे कोलन (colon) या रेक्टल (Rectal) कैंसर भी कहते हैं, जो निर्भर करता है इस पर कि यह कैंसर शरीर में शुरू कहां से हुआ है। 2021 के राष्ट्रीय आंकड़ों के अनुसार भारत में 25,000 से 30,000 के लगभग कोलोरेक्टल कैंसर के मामले दर्ज किए गए थे। कोलोरेक्टल कैंसर 50 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों में काफी आम हो गया है। और ये मामले तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं।
बाउल कैंसर के लक्षण :
जिन लोगों में बाउल कैंसर की पुष्टि होती है उनमें निम्नलिखित लक्षण दिखाई पड़ते हैं:
• कब्ज या दस्त की समस्या
• पेट में दर्द की शिकायत
• मल में खून का आना
• आंत में सूजन
• शरीर में कमजोरी महसूस करना
• उल्टी
अक्सर शरीर में आंत के कैंसर की प्रगति काफी धीमी होती है, जिस कारण लोग इसको नही समझ पाते हैं। इसके लक्षण दिखने पर वह घरेलू उपचारों से इलाज करने लगते हैं जो कि सही नही है। क्योंकि यह एक गंभीर बीमारी है जिसकी उचित जांच होना आवश्यक है। अगर आप यह सब असामान्य लक्षण महसूस कर रहे हैं तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर्स से परामर्श करें। क्योंकि कैंसर की सही समय पर जाँच ना होना उसे जानलेवा बना सकता है।
इसके साथ ही अपने बाउल को किसी भी प्रकार की बीमारी से बचाएं रखने के लिए आप दिए गए सुझावों को अपनी रोजाना की आदत में लाए -
• अच्छा खाना खाए और जंक फूड खाने से बचे
• रोजाना व्यायाम करें
• फल व सब्जियों का अधिक सेवन करें
• वजन को नियंत्रण में रखें
•धूम्रपान व शराब से परहेज करें