Can Filtered Water Be Trusted: अच्छी सेहत के लिए साफ पानी पीना बहुत जरूरी है। फिल्टर के पानी का सेवन आमतौर पर स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है, क्योंकि इससे आपको शुद्धता मिलती है। फिल्टर्ड पानी से कई प्रकार के जल संबंधित प्रदूषण हट जाते हैं, जो स्वस्थ जीवनशैली को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, इसमें फिल्टर का चुनाव एक महत्वपूर्ण फैसला है और साथ ही फिल्टर को नियमित अंतराल से साफ किया जाए इसका ध्यान भी रखना जरूरी है।
फिल्टर के पानी पर कितना भरोसा
फिल्टर का उपयोग दूषित जल क्षेत्रों में या जहां पानी में क्लोरीन और अन्य हानिकारक तत्वों की अधिक मात्रा हो, उससे सुरक्षित पानी प्राप्त करने के लिए किया जाता है। खासकर ऐसे स्थानों में जहां जल संबंधित समस्याएं हैं परंतु, मैदानी क्षेत्रों में पानी शुद्ध और पीने योग्य ही होता है, लेकिन आज लोगो ने इसकी जरूरत को बहुत अधिक बढ़ा दिया है।
रिसर्च द्वारा पता चला है कि RO फिल्टर द्वारा फिल्टर्ड पानी में माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी हो सकती है। यह माइक्रोन्यूट्रिएंट्स शरीर के लिए बहुत उपयोगी होते है और इनकी कमी से बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता हैं।रिवर्स ऑस्मोसिस (आरओ) तकनीक का उपयोग आमतौर पर जल को शुद्ध करने के उद्देश्य से किया जाता है। हालाँकि, जहां यह तकनीक पानी को प्रभावी ढंग से शुद्ध करती है, वहीं यह आवश्यक खनिजों को भी खत्म कर देती है जो हमारे शरीर के लिए महत्वपूर्ण हैं। परिणामस्वरूप, इन पोषक तत्वों की कमी निश्चित रूप से विभिन्न बीमारियों की सक्रियता को बढ़ा सकती है।
एक अच्छा RO सिस्टम पानी को बहुत सी हानिकारक तत्वों से मुक्त करता है और इसमें टीडीएस की सही सेटिंग बहुत महत्वपूर्ण है। ध्यान दे की RO फिल्टर लगवाते समय आप TDS यानी टोटल डिसॉल्व सॉलिड्स की मात्रा ज़रूर चेक करे। TDS की मात्रा 300-500 के बीच होनी चाहिए, ताकि पानी की गुणवत्ता बनी रहे और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी न हो। इससे नीचे वाले RO कभी न ले। सही प्रकार के फिल्टर का चुनाव करते समय माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है और साथ ही अपने निवास स्थान की स्थिति और वहा के पानी की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए फिल्टर प्रक्रिया का चुनाव करे।