हमारे समाज में वर्जिनिटी को बहुत अच्छा माना जाता है। ट्रेडिशनल सोच के अनुसार लड़कियों को शादी के बाद सेक्स करना चाहिए और शादी से पहले तक उनको वर्जन ही रहना चाहिए। जो लड़कियां शादी से पहले अपनी वर्जिनिटी को खो देती है उन्हें समाज अच्छी लड़की नहीं मानता। एक लड़की के चरित्र को वर्जिनिटी के साथ जोड़कर देखा जाता है। आज हम बात करेंगे कि मेंस्ट्रूअल कप यूज करने से किसी लड़की की वर्जिनिटी लूज हो जाती है या नहीं?
इसका जवाब है नहीं किसी भी लड़की की मेंस्ट्रूअल कप यूज करने से वर्जिनिटी नहीं जाती है दूसरी बात यह है कि वर्जिनिटी एक साइंस का कंसेप्ट नहीं है यह समाज के द्वारा बनाया हुआ एक कंसेप्ट है जिसका मतलब होता है कि ऐसी स्थिति जिसमें हमने सेक्स नहीं किया है।
मेंस्ट्रुअल कप क्या है?
मेन्स्ट्रूअल कप एक ऐसा प्रोडक्ट है जो हाइजीन है और सबसे बड़ी चीज़ इसे बार-बार उसे कर सकते है। यह रबर या सिलिकॉन से बना लचीला कप होता है। इसे आप अपनी योनि में डालते है यह खून को आपको योनि के अंदर ही इकट्ठा कर लेता है।
वर्जिनिटी क्या होता है?
हमारी सोसाइटी के अनुसार वर्जिनिटी का मतलब हमारी हाइमन का टूटना होता है। हाइमन एक पतला, फ्रैगिल टिशू होता है जो हमारे वेजाइना की ओपनिंग को कवर करता है। यह पतला होता है इसलिए हम इसे दरवाजे से नहीं एक पर्दे की तरह मान सकते हैं जो हमारे वजाइना को कवर करता है जिसमें होल होते हैं। इसमें से हर महीने हमारा पीरियड का ब्लड निकलता है।
जरूरी नहीं है कि आप का हाइमन सिर्फ सेक्स करने से ही ब्रेक हो। यह और भी बहुत सारी क्रियाओं से टूट सकता है और कई ऐसे भी व्यक्ति होते हैं जिनमें हाइमन जन्म से ही नहीं होता है।
वर्जिनिटी बिल्कुल वैसे नहीं होती जैसे हमें सिखाया जाता है। इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि अगर किसी औरत का हाइमन टूट गया है तो उसकी वर्जिनिटी चली गई है। हर व्यक्ति के लिए इसका मतलब अलग हो सकता है यह जरूरी नहीं है कि यह मेंस्ट्रूअल कप यूज करने से ही टूटे और भी बहुत सारी एक्टिविटीज से टूट सकती है।