अक्सर महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान हीमोग्लोबिन की कमी पाई जाती है। हिमोग्लोबिन की कमी के कारण महिलाएं एनीमिया का शिकार हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस दौरान उनमें आयरन और विटामिन की पूर्ति करने के लिए पर्याप्त स्रोत नहीं होते हैं। लेकिन हिमोग्लोबिन की कमी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसके कारण आपको बहुत सी समस्याएं हो सकती हैं।
आपको हर समय थकान महसूस होती है, चक्कर आते हैं, सांस लेने में तकलीफ होती है और ठंड महसूस होती है। गर्भावस्था के दौरान हिमोग्लोबिन की कमी आने से शिशु पर भी प्रभाव पड़ता है। इसीलिए हम आज आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताएंगे जिनका इस्तेमाल करके आप हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ा सकते हैं और एनीमिया के खतरे को कम कर सकते हैं।
हिमोग्लोबिन को बढाने के लिए अपनाएं ये टिप्स -
1. तरल पदार्थ का सेवन बढ़ाएं
गर्भावस्था के दौरान शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने के लिए जरूरी है कि आप अधिक मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करें। इसके लिए आप दिन भर में खूब पानी पिए। ध्यान दें कि आप अपनी डाइट में फलों का अधिक से अधिक सेवन करें क्योंकि यह शरीर में पानी की पूर्ति करते हैं।
2. विटामिन-C और विटामिन-B से भरपूर चीजें खाएं
गर्भावस्था के दौरान हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाने के लिए आपको विटामिन-सी और विटामिन-बी से भरपूर चीजों को खाना चाहिए। इनके सेवन करने से आपको एनीमिया की दिक्कत से राहत मिलती है। इसके लिए आप ब्रोकली, अमरूद, कीवी, शिमला मिर्च, अंडे, हरी सब्जियां, संतरे आदि खा सकते हैं।
3. सप्लीमेंट भी ले सकते हैं
गर्भावस्था में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने के लिए आप बाहर से सप्लीमेंट भी ले सकते हैं। ऐसे सप्लीमेंट जो आपके शरीर में विटामिन और आयरन की कमी की पूर्ति करते हैं। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि आप अपने डॉक्टर की सलाह से ही इन सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल करें।
4. आयरन और विटामिन-B12
आयरन और विटामिन-बी12 से भरपूर खाद्य पदार्थ का सेवन करने से भी आपके खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है। इसके लिए आप ही लाल मीट, अंडा, मछली, सोयाबीन, दालें, सेब, केला, ब्लूबेरी और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन कर सकते हैं।
5. फोलिक एसिड
फोलिक एसिड भी गर्भावस्था के दौरान होने वाले एनीमिया से राहत दिलाने में बहुत मददगार है। इसलिए आपको इस दौरान फोलिक एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इसके लिए आप ब्रोकली, बींस, सूरजमुखी के बीज और नट्स आदि का सेवन कर सकते हैं। आप चाहे तो फोलिक एसिड के लिए सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं। लेकिन यह केवल आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही लेने होंगे।