आज कल बोटॉक्स ट्रीटमेंट कॉफी पॉपुलर हो गया है। इस ट्रीटमेंट का इस्तेमाल लोग जवान दिखने के लिए करते हैं। यह काफी महंगा ट्रीटमेंट है लेकिन अगर आप इसे कराने में सक्षम है तो इसमें कुछ भी गलत नही है। इस ट्रीटमेंट के फायदों के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हैं। इसलिए ट्रीटमेंट कराने से पहले यह बातें जरूर जान लें।
क्या है बोटाॅक्स ट्रीटमेंट?
बोटाॅक्स को 'बोटुलिनम टॉक्सिन टाइप ए' भी कहा जाता है। यह एक प्रकार का प्रोटीन डेरिवेटिव है। इसकी मदद से झुर्रियां कम होती हैं, आंखे काफी बड़ी और ब्राइट नजर आती हैं। यह आपके होंठों को हाइलाइट करता है और उन्हें अच्छी शेप में लाया जा सकता है। बोटाॅक्स ट्रीटमेंट से एजिंग इफेक्ट्स धीरे-धीरे कम होता है। अगर आप भी यह ट्रीटमेंट कराना चाहते हैं तो यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।
1. सुरक्षित है बोटाॅक्स ट्रीटमेंट
यह सोच सही नही है कि बोटाॅक्स कराने के बाद चेहरा प्लास्टिक जैसा दिखने लगता है। इस ट्रीटमेंट के दौरान एक छोटी सी सुई से डोज दी जाती है, जो केवल उन मांसपेशियों को आराम देती है जहाँ यह इंजेक्ट होता है। इसलिए यह सुरक्षित ट्रीटमेंट है। लेकिन अगर आप गर्भवती है या स्तनपान करवाती हैं तो बेहतर है कि इस दौरान आप इस ट्रीटमेंट से परहेज करें।
2. अनुभवी डॉक्टर से कराएं ट्रीटमेंट
हमेशा अपने विश्वास वाले डॉक्टर से ही ट्रीटमेंट कराएं। एक अनुभवी डॉक्टर से यह ट्रीटमेंट लेकर आप इसके द्वारा होने वाले दुष्प्रभाव से बच सकते हैं। सुनिश्चत करले की आपके डॉक्टर के पास आवश्यक प्रशिक्षण और अनुभव मौजूद हो, जिससे आपको इस ट्रीटमेंट के सही परिणाम मिल सकें।
3. एजिंग इफेक्ट्स को कम करता है
बोटॉक्स कोई प्लास्टिक सर्जरी नही है। इसके परिणाम अस्थायी होते है। बोटॉक्स ट्रीटमेंट से हमारे नर्व सिगन्ल डैमेज होते है और यह मसल के कॉन्ट्रेक्शन को कुछ समय के लिए रोक देता है। जिस कारण हमारी त्वचा नरम और युवा नजर आती है। जिससे यह एजिंग इफेक्ट्स कुछ समय के लिए कम कर देता है।
4. हो सकते कुछ दुष्प्रभाव
आमतौर पर यह ट्रीटमेंट काफी सुरक्षित होता है लेकिन फिर भी इसके कुछ दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। जहां बोटॉक्स का इंजेक्शन लगाया जाता है वहां निशान, दर्द या सूजन हो सकती है। कुछ मामलों में बुखार और सरदर्द की शिकायत भी होती है।
5. अस्थायी है यह ट्रीटमेंट
बोटॉक्स ट्रीटमेंट पूर्ण रूप से अस्थायी है। यह कितने समय तक रहेगा यह उम्र, त्वचा का प्रकार और झुर्रियों पर निर्भर होता है। आमतौर पर इस ट्रीटमेंट की अवधि 4 से 6 महीने तक होती है। इसके बाद आप इसे दोबारा भी करवा सकते हैं।