Vaginal Health: जानिए आहार और योनि स्वास्थ्य के बार में

हमारे शरीर का समग्र स्वास्थ्य हमारे आहार पर बहुत अधिक निर्भर करता है। जैसे सही आहार से हमारी त्वचा और हृदय स्वस्थ रहते हैं वैसे ही हमारे आंतरिक अंगों की सेहत जैसे कि योनि स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण योगदान होता है।

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Sanya Pushkar
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Vegina (Image Credit Freepik)

Diet and Vaginal Health Know About Diet and Vaginal Health: हमारे शरीर का समग्र स्वास्थ्य हमारे आहार पर बहुत अधिक निर्भर करता है। जैसे सही आहार से हमारी त्वचा हड्डियां और हृदय स्वस्थ रहते हैं वैसे ही हमारे आंतरिक अंगों की सेहत जैसे कि योनि स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए भी सही आहार का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है। योनि स्वास्थ्य को लेकर सही आहार से हम न सिर्फ संक्रमणों से बच सकते हैं बल्कि योनि की नमी स्तर और सामान्य स्थिति को भी बनाए रख सकते हैं।

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आहार और योनि स्वास्थ्य जानिए आहार और योनि स्वास्थ्य के बारे में

1. प्राकृतिक हाइड्रेशन और पानी का सेवन

पानी हमारे शरीर के हर अंग के लिए जरूरी है और योनि स्वास्थ्य भी इससे अछूता नहीं है। शरीर में जल की कमी से न केवल त्वचा सूखी हो सकती है बल्कि योनि में भी सूखापन और असहजता हो सकती है। योनि का प्राकृतिक नमी बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा कम होता है। पानी का पर्याप्त सेवन करने से योनि की नमी और लचीलेपन को बनाए रखा जा सकता है। इसके अतिरिक्त पानी शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है जिससे शरीर का आंतरिक वातावरण स्वस्थ रहता है और इसके परिणामस्वरूप योनि का पीएच स्तर संतुलित रहता है।

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2. प्रोबायोटिक्स और आंतों का स्वास्थ्य

प्रोबायोटिक्स ऐसे अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो हमारी आंतों और योनि दोनों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। दही किफिर और किम्ची जैसे खाद्य पदार्थों में प्रचुर मात्रा में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो आंतों में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाते हैं। अच्छे बैक्टीरिया शरीर को येस्ट संक्रमण और बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बचाते हैं। आंतों के स्वास्थ्य का सीधा असर योनि के स्वास्थ्य पर पड़ता है। जब आंतों में बैक्टीरिया का संतुलन सही रहता है तो योनि में भी बैक्टीरिया का संतुलन सही रहता है जिससे बैक्टीरियल वजिनोसिस बैक्टीरियल वैजिनोसिस जैसी समस्याओं से बचाव होता है।

3. फाइबर और पौष्टिक आहार

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फाइबर हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। जब शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होते हैं तो यह न केवल आंतों बल्कि योनि में भी समस्याएँ पैदा कर सकता है। फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे फल सब्जियाँ साबुत अनाज और दालें पाचन तंत्र को नियमित बनाए रखते हैं और इससे शरीर के भीतर का वातावरण संतुलित रहता है। फाइबर की अधिक मात्रा से शरीर में हार्मोनल असंतुलन कम होता है जो योनि की स्वास्थ्य समस्याओं से बचने में मदद करता है।

4. एंटीऑक्सिडेंट और इम्यून सिस्टम

एंटीऑक्सिडेंट्स जैसे कि विटामिन सी विटामिन सी और ई फ्लेवोनॉयड्स शरीर को मुक्त कणों से बचाते हैं जो सूजन और संक्रमण का कारण बन सकते हैं। यह पदार्थ शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और संक्रमण से बचाव में मदद करते हैं। बेरी जैसे स्ट्रॉबेरी ब्लूबेरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ और नट्स एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं और इनका सेवन योनि स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। साथ ही यह शरीर के ऊतकों को मजबूत बनाए रखते हैं जिससे योनि के ऊतकों की भी रक्षा होती है और उनकी जलन या संक्रमण की संभावना कम होती है।

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5. चीनी का सेवन और उसका प्रभाव

चीनी का अत्यधिक सेवन शरीर में येस्ट संक्रमण को बढ़ावा दे सकता है जो कि एक सामान्य योनि समस्या है। ज्यादा चीनी के सेवन से शरीर में इन्सुलिन का स्तर बढ़ता है जिससे रक्त में शर्करा का स्तर भी बढ़ जाता है। इस बढ़ी हुई शर्करा की वजह से येस्ट और बैक्टीरिया का असंतुलन हो सकता है जो योनि में जलन खुजली और संक्रमण का कारण बनता है। इसलिए, अपनी डाइट में चीनी का सेवन सीमित करना जरूरी है। इसके बजाय प्राकृतिक मीठे पदार्थों जैसे फल और शहद का सेवन करना बेहतर होता है जो न सिर्फ शरीर को पोषण प्रदान करते हैं बल्कि संक्रमण की संभावना को भी कम करते हैं।

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

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