Disadvantages of taking contraceptive pills: हमारे देश में आज भी गर्भनिरोधक की जिम्मेदारी महिलाओं की मानी जाती है, यह वजह है की बड़ी संख्या में महिलाएं अनचाही प्रेगनेंसी से बचने के लिए गर्भ निरोधक गोलियां का सेवन करते हैं लेकिन गोलियों के कई साइड इफेक्ट होते हैं जिनके बारे में जानना जरूरी है, गर्भनिरोधक गोलियों को अनचाही प्रेगनेंसी को रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता है कई बार कपल्स बच्चा नहीं चाहते तब उन्हें गर्भ निरोधक गोलियां का इस्तेमाल करना पड़ता है लेकिन यह किस हद तक महिला के लिए सही है कितनी फायदेमंद है और कितनी नुकसानदेह है। यह जानना बहुत जरूरी है हालांकि इससे अनचाहे प्रेगनेंसी को रोका जा सकता है। लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट भी होते हैं।लेकिन गर्भ निरोधक गोलियां कई तरह से हानिकारक होती हैं उनके कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं।
गर्भनिरोधक गोलियां खाने के नुकसान
1. सर दर्द और माइग्रेन
इस बात के आशंका ज्यादा होती है कि गर्भनिरोधक गोलियों में मौजूद हारमोंस सर दर्द और माइग्रेन को बढ़ा देते हैं दरअसल यह गर्भनिरोधक गोलियां अलग-अलग टाइप और की होती हैं इसलिए अगर काम डोज वाली गोलियां ली जाए तो सर दर्द कम हो सकता है इसके लक्षण समय के साथ काम होने लगते हैं।
2. जी मचलना उल्टी आना
जी मचलना उल्टी आना यह समस्या गर्भ निरोधक गोलियां लेने के बाद हो सकती है, उन्हें यह लक्षण भी कुछ समय बाद धीरे-धीरे ठीक हो जाते हैं अगर गोली खाली पेट लेने की वजह खाने के साथ या सोने से पहले लिए जाए तो जी मचलने और उल्टी की दिक्कत नहीं होगी।
3. वजन बढ़ना
कई बार गर्भनिरोधक गोलियों को लेने के बाद महिलाओं के भजन बढ़ जाते हैं बहुत सी स्टडीज में यह बात सामने आई है कि अगर 6 से 12 महीने तक निरोधक गोलियां का सेवन किया जाए तो 2 किलो वजन बढ़ सकता है।
4. पीरियड मिस हो जाना
नियमित रूप से कली का सेवन करने के बावजूद कई बार ऐसा होता है कि आपका पीरियड नहीं आते हैं मिस हो जाते हैं इसकी वजह स्ट्रेस किसी तरह की बीमारी हार्मोनल अनियमित और थायराइड आदि हो सकता है।
5. सेक्स की इच्छा में कमी
सबके साथ ऐसा होना जरूरी नहीं है लेकिन गर्भनिरोधक गोलियों में हारमोंस की वजह से बहुत सी महिलाओं में सेक्स ड्राइव और लिमिटों में कमी देखने को मिलती है अगर यह लक्षण लंबे समय तक जारी रहते हैं तो सेक्स की इच्छा में कमी आने लगती है।