New Born Babies! इस दुनिया में उनका आगमन खुशियों का सिलसिला लाता है, घर आंगन खुशियों से झूम उठता है। पर हर नई खुशी के साथ आती है जिम्मेदारी, और खासकर नवजात की देखभाल की तो बात ही निराली है। इस नन्हे से प्राणी की नाजुकता का ख्याल रखना ही सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है।
नन्हे-मुन्नों बच्चों के साथ...न करें ये 10 काम
1. जबरदस्ती हिलाना-डुलाना: नवजात के नन्हे हड्डी-पंजर और मांसपेशियां अभी पूरी तरह विकसित नहीं होती हैं। उन्हें जोर से हिलाना-डुलाना, उछालना-कूदना उनके लिए नुकसानदेह हो सकता है। उन्हें प्यार से संभालें, धीरे-धीरे उठाएं-रखें।
2. हवा में झुलाना: शायद ये प्यार जताने का तरीका लगे, लेकिन नवजात को सिर पकड़कर या हवा में उछालते हुए झुलाना खतरनाक हो सकता है। इससे गर्दन टूटने का खतरा रहता है। उन्हें सुरक्षित पकड़ में हल्के से हिलाना ज़्यादा अच्छा है।
3. अकेले छोड़ना: चाहे कुछ पल के लिए ही क्यों न हो, नवजात को पूरी तरह अकेले न छोड़ें। किसी भी सतह पर लेटाते समय उसे बिस्तर या पालने के किनारे से दूर रखें, तकिए या ढीले कपड़ों से घेरने से बचें, जिससे सांस लेने में तकलीफ न हो।
4. शहद देना: एक साल से कम उम्र के बच्चों को शहद बिल्कुल नहीं देना चाहिए। इससे बोटुलिज्म नामक घातक बीमारी होने का खतरा रहता है। उनकी मिठास के लिए स्तनपान या डॉक्टर द्वारा बताए गए फॉर्मूले ही सबसे अच्छे विकल्प हैं।
5. धूप में रखना: सीधी धूप के संपर्क में आने से नवजात की नाजुक त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है। उन्हें तेज धूप से बचाएं, छांव में रखें, और बाहर निकलते समय सनस्क्रीन लगाएं (डॉक्टर की सलाह पर)।
6. ज़्यादा नहलाना: नवजात की नाजुक त्वचा को अक्सर नहलाने से प्राकृतिक तेल का क्षरण होता है, जिससे रूखापन और जलन हो सकती है। हफ्ते में दो-तीन बार पर्याप्त नहाना है। गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें और हल्के बेबी सोप से नहलाएं।
7. ज़्यादा गर्म कपड़े पहनाना: ज़्यादा गर्म कपड़े पहनाने से नवजात को ज़्यादा गर्मी लग सकती है, जिससे बुखार या हीटस्ट्रोक का खतरा होता है। हल्के, हवादार कपड़े पहनाएं और उनके शरीर के तापमान पर ध्यान दें।
8. ज़बरदस्ती खिलाना: स्तनपान या फॉर्मूले के दौरान ज़बरदस्ती न करें। नवजात को ज़रूरत के हिसाब से खुद खाने दें। ज़बरदस्ती खाने से वो घुट सकते हैं या दूध पीने से ही कतराने लग सकते हैं।
9. तुलना करना: हर बच्चा अपने समय पर विकसित होता है। अपने नवजात की तुलना अन्य बच्चों से न करें। उनकी अनोखी क्षमताओं का आनंद लें और उनके विकास में धैर्य रखें।
10. घरेलू नुस्खे अपनाना: इंटरनेट या बुजुर्गों के बताए बिना डॉक्टर की सलाह के बिना कोई घरेलू नुस्खे न अपनाएं। नवजात की देखभाल के लिए डॉक्टर की गाइडेंस सबसे ज़रूरी है।