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मासिक धर्म से जुड़ी इन अफवाहों की सच्चाई हर किसी को पता होना चाहिए

पीरियड्स को लेकर समाज में बहुत सी अफवाहें फैली हुई हैं। कभी अच्चार खराब हो जाना तो नहीं गंदा खून आना। वहीं कहीं- कहीं तो महिलाओं को ही अशुद्ध बता दिया जाता है। आइये जानते हैं इन अफवाहों के पीछे की सच्चाई-

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Priya Singh
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Stress (Unsplash)

Everyone Should Know The Truth Of These Rumors Related To Menstruation (Image Credit - Unsplash)

Everyone Should Know The Truth Of These Rumors Related To Menstruation: सदियों से चली आ रही कहानियों के आधार पर पीरियड यानी की माहवारी को लेकर बहुत सी अफवाहें हमारे समाज में फैली हुई हैं। पीरियड के समय महिलाओं को अशुद्ध मान लिया जाता है। उन्हें घर में खाना बनाने, पूजा करने और अचार आदि छूने से मना कर दिया जाता है। माहवारी के समय अजीबो-गरीब प्रतिबन्ध लगा दिए जाते हैं जिनका वास्तव में कोई आधार भी नहीं होता है। शिक्षित समाज में यह भ्रांतियां कुछ कम हो गईं हैं। जबकि भारत के कुछ ग्रामीण इलाकों में आज भी पीरियड के दौरान महिलाओं को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं भारत में ही कुछ क्षेत्रों में पहली बार पीरियड आने पर ख़ुशी का अवसर भी माना जाता है।

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मासिक धर्म से जुड़े अफवाहों की सच्चाई

भारत में अब भी बहुत सी जगहों पर माहवारी के दौरान महिलाओं को अछूत माना जाता है जबकि उन लोगों को यह पता ही नहीं होता की यह हमारे देश की परम्परा नहीं है। भ्रम और अन्धविश्वास में डूबे लोग माहवारी के दौरान महिलाओं के साथ अलग तरह का व्यवहार करते हैं। पीरियड्स के दौरान महिलाओं को हीन भावना से देखना गलत है। माहवारी के समय साफ़-सफाई का खास ख्याल रखना आवश्यक होता है लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं होता कि इस दौरान अछूत या अशुद्ध माना जाये। 

पीरियड एक महीने के अंतर पर ही आना चाहिए

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डॉक्टर्स की माने तो पीरियड्स अलग -अलग समय पर भी आ सकते हैं। इसके लिए कोई जरुरी नहीं है कि एक महीने या 28 दिन पर ही पीरियड आयें। यह पूर्णतः महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। हार्मोन्स में होने वाले बदलावों की वजह से भी माहवारी के समय में बदलाव हो सकता है। 

माहवारी में अचार छूने से खराब हो जाता है 

माहवारी के दौरान अक्सर किसी न किसी से ये निर्देश तो मिल ही जाता है कि अचार मत छूना खराब हो जायेगा। लेकिन पीरियड्स और अचार खराब होने का कोई कनेक्शन ही नहीं है। इसलिए ऐसी अफवाहों को नज़रअंदाज करें। 

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पीरियड्स के दौरान प्रेगनेंट नहीं हो सकते 

अक्सर ही यह माना जाता है कि पीरियड्स में महिलाएं प्रेगनेंट नहीं हो सकती हैं। लेकिन ऐसा नहीं हैं माहवारी आने के बाद भी महिलाएं प्रेगनेंट हो सकती हैं। कुछ महिलाओं का पीरियड सायकल 28 से कम दिनों का होता है उनके प्रेगनेंट होने के चांसेज ज्यादा रहते हैं। 

माहवारी के दौरान काम नहीं करना चाहिए 

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ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि माहवारी के दौरान सिर्फ आराम करना चाहिए काम नहीं करना चाहिए। हाँ यदि समस्या हो रही है कमजोरी का अनुभव होता है तो आराम करें। यदि सामान्य हैं तो अपने रोजाना के काम ऑफिस जाना, बाजार जाना सब किया जा सकता है। 

पीरियड के दौरान कसरत नहीं कर सकती 

कहा जाता है कि पीरियड के दौरान कसरत नहीं करनी चाहिए लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं हैं। माहवारी के दौरान कसरत करने से शरीर को आराम मिलता है। जिन महिलाओं को रोजाना योग व्यायाम करने की आदत होती है उन्हें जरुर करना चाहिए ऐसा करने से पेट दर्द और शरीर दर्द से आराम मिलता है। 

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पीरियड ना आने पर प्रेगनेंट हो सकते हैं 

यह सच नहीं है कि पीरियड ना आने पर गर्भवती हो सकती हैं। हालाकि गर्भावस्था के समय पीरियड्स नहीं आते लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल भी नही हैं कि यदि समय पर पीरियड नहीं आये तो गर्भवती हो सकती है। स्वास्थ्य समस्याओं और स्ट्रेस की वजह से भी पीरियड्स के समय में बदलाव हो सकते हैं। 

पीरियड के दौरान बाल ना धोएं

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पीरियड के दौरान बाल धुलने से कोई समस्या नही आती है। यह पूर्णतः गलत है बल्कि पीरियड्स के समय बाल धुलने से शरीर को आराम मिलता है। यह समाज द्वारा फैलाई गई एक भ्रान्ति है। इसलिए जब चाहें तब बाद धुले जा सकते हैं। 

माहवारी के दौरान गर्म पानी से नहीं नहाना चाहिए

डॉक्टर्स की माने तो यह पूरी तरह से अफवाह है कि गर्म पानी से नही नहाना चाहिए। माहवारी के दौरान गुनगुने पानी से नहाने से शरीर का दर्द और एँठन कम हो जाती है। 

चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।

Menstruation मासिक धर्म सच्चाई Rumors
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