Deal Wfith Morning Sickness: "मॉर्निंग सिकनेस", जो वास्तव में दिन के किसी भी समय हो सकती है,आमतौर पर आठ सप्ताह के गर्भ के आसपास शुरू होती है, इस दौरान मतली या उल्टी (बीमार होने) की भावना है। इसके नाम के बावजूद, मॉर्निंग सिकनेस दिन या रात के किसी भी समय हो सकती है। क्या आप सोच रहे हैं कि मॉर्निंग सिकनेस से निपटने के लिए क्या उपाय हैं? इन स्मार्ट टिप्स को आजमाएं जो कम से कम प्रयास में मतली को दूर करने में मदद करेंगे।
ये 5 टिप्स फॉलो करने से होगी मॉर्निंग सिकनेस दूर
1. अधिक आराम करने का प्रयास करें
गर्भावस्था के दौरान ज़्यादा आराम करना ज़रूरी है। प्रेग्नेंट महिलाओं को रात को अच्छी नींद लेनी चाहिए और पूरा आराम करना चाहिए। इसके अलावा उन्हें दिन में भी थोड़ा सो लेना चाहिए। इससे मॉर्निंग सिकनेस नहीं होती। लेकिन ध्यान रखें कि आप खाना खाने के तुरंत बाद झपकी न लें।
2. छोटे और बार-बार भोजन करें
छोटे-छोटे अंतराल पर कुछ खाते रहने से पेट खाली नहीं रहेगा, जिससे मिचली की समस्या कम हो सकती है। लेकिन याद रखें कि खाली पेट रहने से आपकी मतली और भी बदतर हो जाएगी।
3. सही हाइड्रेशन बनाए रखें
प्रैग्नेंसी के दौरान पानी जितना हो सके पीना चाहिए। जैसे पानी, नारियल पानी या नींबू पानी जैसे तरल पदार्थों (liquids) का सेवन करें ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे। इससे भी मर्निंक सिकनेस में आराम मिलता है।
4. अदरक का सेवन करें
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अदरक का सेवन मिचली को कम करने में मदद कर सकता है। आप अदरक की चाय या अदरक से बने खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं।
5. विटामिन बी6 का सेवन करें
विटामिन बी6 की उचित मात्रा लेने से सुबह की बीमारी में राहत मिल सकती है। यानी मतली के लिए सबसे आसान उपचारों में से एक विटामिन बी6, पाइरिडोक्सिन है, क्योंकि आप इसे किसी भी फार्मेसी से खरीद सकते हैं। लेकिन मतली के लिए उच्च खुराक की आवश्यकता होती है। यह विटामिन सप्लीमेंट्स के रूप में या खाद्य पदार्थों से प्राप्त किया जा सकता है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।