PCOS: पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम या पीसीओएस (PCOS) इंडोक्राइन से जुड़ी एक बीमारी है जो फर्टिलिटी की आयु यानी 15 से 45 साल के बीच की महिलाओं को होने का खतरा होता है। जैसा की बीमारी के नाम से ही पता चलता है इसमें महिला के एक या दोनों अंडाशय में छोटे-छोटे फॉलिकल्स या सिस्ट बन जाते हैं और इन सिस्ट के बनने का कारण है। महिला के शरीर में 2 हार्मोन्स का अत्यधिक उत्पादन- पहला- पुरुष हार्मोन एन्ड्रोजन और दूसरा- इंसुलिन। इतना ही नहीं फीमेल हार्मोन एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरॉन का उत्पादन भी घट जाता है जिस वजह से महिला का मासिक धर्म चक्र (Menstrual Cycle)भी प्रभावित होता है। आइए जानते हैं क्या है वह 5 खाद्य पदार्थ जिन्हें पीसीओएस के दौरान नहीं खाना चाहिए:
1- चीनी के सेवन से बचें
मिठाइयां और डेजर्ट्स हों या प्रोसेस्ड फूड जैसे- चिप्स, मफिन्स, ब्रेड आदि इन सबमें चीनी की मात्रा अधिक होती है और चीनी का सेवन अधिक करने से ब्लड शुगर का लेवल बढ़ सकता है और इंसुलिन के लेवल पर नकारात्मक असर पड़ता है।
2- कार्बोहाइड्रेट्स Carbohydrates
वैसे कार्बोहाइड्रेट्स जिसमें फाइबर नहीं होता वह भी इंसुलिन के लेवल को बढ़ाते हैं और इनका ज्यादा सेवन करने से मोटापा और वजन बढ़ने का भी खतरा हो सकता है। सफेद चावल और आलू जैसी चीजों का ग्लाइसिमिक इंडेक्स ज्यादा होता है इसलिए ऐसी डाइट का सेवन करें जिसका ग्लाइसिमिक इंडेक्स कम हो।
3- प्रोसेस्ड फूड
पीसीओएस से पीड़ित लोगों के लिए प्रोसेस्ड फूड या तले हुए खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि वे शरीर में सूजन को बढ़ाते हैं। इसलिए सभी प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, मीट से दूर रहें और ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें जो सूजन को कम करने में आपकी मदद करेंगे।
4- Bakery Products
रिफाइंड कार्ब्स खाद्य पदार्थ इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ाता है और पीसीओएस के लक्षणों को खराब बनाता है। ऐसे में यदि आप जब आप पीसीओएस से पीड़ित होते हैं तो बेकरी प्रोडक्ट का सेवन न करें।
5- दूध वाली चीजें न खाएं
दूध का सेवन करने से टेस्टोरोन बढ़ते हैं ये पीसीओएस के लक्षण को बढ़ाने में मदद करता है। इसलिए बेहतर है कि इसका सेवन न करें। आप सोया मिल्क और बटर मिल्क का सेवन कर सकते हैं।