Get Releif From Period Pain:पीरियड्स या मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो हर महिला को हर महीने होती है। पीरियड्स के दौरान, गर्भाशय की परत का एक हिस्सा खून और ऊतक के साथ योनि के रास्ते बाहर आता है। इस प्रक्रिया को स्वस्थ और सामान्य माना जाता है, लेकिन कई महिलाओं को इसके साथ दर्द और असहजता का सामना करना पड़ता है। यह दर्द आमतौर पर पेट, कमर, जांघों या में होता है। यह दर्द आमतौर पर पीरियड्स के पहले या पहले दिन शुरू होता है और कुछ दिनों तक रहता है। पीरियड्स के दर्द से राहत पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय हैं, जो आप आजमा सकती हैं। ये उपाय आपके दर्द को कम करने में मदद करेंगे, और आपको आराम और सुकून दिलाएंगे। ये उपाय हैं-
पीरियड्स के दर्द से कैसे रिलीफ पाएं
1. गर्म पानी की बोतल या गर्म सिकाई
गर्म पानी की बोतल या गर्म सिकाई को अपने पेट या कमर पर रखना एक आसान और प्रभावी उपाय है। गर्मी से रक्त का संचार बढ़ता है, जिससे मांसपेशियों का खिंचाव कम होता है और दर्द में राहत मिलती है। आप इसे पीरियड्स के दौरान रोजाना 15 से 20 मिनट तक कर सकती हैं।
2. अदरक, लौंग और इलायची की चाय
अदरक, लौंग और इलायची की चाय पीना भी पीरियड्स के दर्द से राहत देने वाला एक घरेलू उपाय है। इन चीजों में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-स्पैस्मोडिक गुण होते हैं, जो दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद करते हैं। आप इस चाय को पीरियड्स के दौरान दिन में 2 से 3 बार पी सकती हैं। इस चाय को बनाने के लिए, आपको 5 ग्राम अदरक, 5 लौंग, 5 छोटी इलायची, 1 कप पानी और ½ चम्मच शहद की जरूरत होगी।
3. व्यायाम और योग
व्यायाम और योग करना भी पीरियड्स के दर्द से राहत पाने का एक अच्छा तरीका है। व्यायाम और योग से शरीर में एंडोर्फिन नामक एक हार्मोन रिलीज होता है, जो दर्द को मारने का काम करता है। इसके अलावा, व्यायाम और योग से रक्त का संचार बढ़ता है, जिससे मांसपेशियों को ऑक्सीजन मिलता है और दर्द कम होता है। आप पीरियड्स के दौरान हल्का और आरामदायक व्यायाम और योग कर सकती हैं। कुछ व्यायाम और योगासन जो आपको लाभ दे सकते हैं, वे हैं: पेलविक टिल्ट, चाइल्ड पोज, कोब्रा पोज, कैमल पोज, ब्रिज पोज, बटरफ्लाई पोज, बाउंड एंगल पोज और लेग्स-अप-द-वॉल पोज।
4. अश्वगंधा, शतावरी और ब्रह्मी का सेवन
अश्वगंधा, शतावरी और ब्रह्मी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां हैं, जो पीरियड्स के दर्द से राहत देने में लाभदायक हैं। इनमें शारीरिक और मानसिक तनाव को दूर करने, हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने, रक्त शुद्धि करने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने वाले गुण होते हैं। आप इन जड़ी-बूटियों को पाउडर या कैप्सूल के रूप में ले सकती हैं। इनका सेवन पीरियड्स के दौरान या उससे पहले करना चाहिए। इनकी मात्रा और विधि के लिए आप अपने डॉक्टर से पूछ कर कर सकती हैं।
5. आहार में परिवर्तन
आपका आहार भी आपके पीरियड्स के दर्द पर असर डालता है। आपको पीरियड्स के दौरान कुछ चीजों का सेवन करना चाहिए और कुछ चीजों से बचना चाहिए। आपको पीरियड्स के दौरान इन चीजों का सेवन करना चाहिए जैसे नारियल पानी, फल, सब्जियां, दाल, दही, अखरोट, बादाम, चिया बीज, फ्लैक्स सीड, अवोकाडो, बनाना, अनार, चॉकलेट, अदरक, हल्दी, लौंग, इलायची, दालचीनी और तुलसी। इन चीजों में विटामिन, मिनरल, फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट, एंटीइन्फ्लेमेटरी और एंटीस्पैस्मोडिक गुण होते हैं, जो आपके दर्द को कम करने और आपको ऊर्जा देने में मदद करते हैं।
आपको पीरियड्स के दौरान इन चीजों से बचना चाहिए
कॉफी, चाय, कोला, एनर्जी ड्रिंक, शराब, सिगरेट, तली हुई चीजें, मसालेदार चीजें, नमकीन चीजें, मैदा, चीनी, रेड मीट, डेयरी प्रोडक्ट्स और सोया प्रोडक्ट्स। इन चीजों से आपका दर्द और बढ़ सकता है, क्योंकि इनमें कैफीन, निकोटीन, एल्कोहोल, ट्रांस फैट, सोडियम, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट, शर्करा, सेचुरेटेड फैट, लैक्टोज होते हैं, जो आपके हार्मोनल स्तर को असंतुलित कर सकते हैं, और आपको ब्लोटिंग, गैस, कब्ज, एसिडिटी से परेशान कर सकते हैं।