Harmful Effects of Oversleeping on Your Health: नींद हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जैसे कि खाना और पानी होता है। नींद हमारे शारीरिक और मानसिक थकान को दूर करने का काम करती है। पर्याप्त नींद लेना हमारे लिए बहुत जरूरी है क्योंकि आधी अधूरी नींद में हम तनाव थकान और स्ट्रेस महसूस करते हैं। जैसे कि हमारे लिए आधी अधूरी नींद हानिकारक है ठीक वैसे ही अधिकतम नींद भी हमारे सेहत को हानि पहुंचा सकती है। अक्सर लोग उन परेशानियों को नजरअंदाज कर देते हैं जो हमें देर तक सोने की वजह से होती है। हर दिन एक समय पर ही सोए और उठे जिससे हमारा स्लीपिंग शेड्यूल मेंटेन हो जाता है। जल्दी उठने के लिए जल्दी सोना भी बहुत जरूरी है। आजकल हम मोबाइल फोन और लैपटॉप में लग जाते हैं जिसकी वजह से हमारी नींद उड़ जाती है। सोने से 1 घंटे पहले हमें इन उपकरणों को रख देना चाहिए। देर तक सोने के लिए हमें बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है तो चलिए आज हम जानते हैं कि देर तक सोना हमारे स्वास्थ्य को कैसे हानि पहुंचाता है –
देर तक सोने से हो सकती हैं ये 5 दिक्कतें
1. वेट बढ़ना
देर तक सोना हमारे वजन पर बहुत असर डालता है। सोने की वजह से शरीर में गतिविधियां नहीं हो पाती है जिससे मेटाबॉलिज्म कम हो जाता है। जब हम सोते हैं तो घंटे तक हमारे शरीर में कोई भी गतिविधियां नहीं होती जिससे हमारे अंदर कैलोरी बर्न करने की क्षमता कम हो जाती है। हमारे शरीर में वास की संख्या बढ़ जाती है जिससे वजन बढ़ाने का खतरा रहता है। दिन में केवल 7 से 8 घंटे की नींद लेना ही हमारे सेहत के लिए फायदेमंद रहता है। देर तक सोने से हमारे अंदर मौजूद कुछ हार्मोन होते हैं जो भूख को कंट्रोल करते हैं। अगर उन हार्मोन की संख्या बढ़ जाती है तो हमारा भूख पर कंट्रोल नहीं हो पाएगा।
2. मैंटल हेल्थ
देर तक सोने से हमारे मेंटल हेल्थ पर नेगेटिव प्रभाव पड़ता है। अगर हमारा मेंटल हेल्थ ठीक नहीं रहता तो हमें डिप्रेशन, तनाव ,स्ट्रेस और मूड स्विंग जैसे मानसिक दिक्कतों से गुजरना पड़ता है। कभी-कभी बिस्तर पर ज्यादा देर तक रहने से हम समाज से दूर हो जाते हैं और अकेलेपन का सामना करना पड़ता है, जो हमारे मेंटल हेल्थ के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है। उसकी वजह से हम एक्टिव भी नहीं रहते हैं। अपने दिनचर्या मे समय पर सोने और उठने को फॉलो करें। मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग, एक्सरसाइज और मेडिटेशन जरूर करें।
3. हार्ट डिजीज
विशेषज्ञों के अनुसार जो लोग 9 घंटे या उससे ज्यादा की नींद लेते हैं उनके अंदर हृदय रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। जैसा कि हम जानते हैं कि हार्ट डिजीज हमारे सेहत के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है या हानिकारक है। देर तक सोने वाले लोगों को अक्सर स्ट्रोक और आर्टरी डिजीज होने का खतरा होता है। देर तक सोने से शरीर में सूजन बढ़ जाती है जो हार्ट डिजीज का एक बहुत ही महत्वपूर्ण कारण है। ज्यादा सोने की वजह से बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है जो हार्ट अटैक कारण बन सकता है। इसीलिए एक स्वस्थ जीवन के लिए पर्याप्त नींद और व्यायाम बहुत जरूरी है।
4. डायबिटीज
माना जाता है कि जो व्यक्ति 9 घंटे से ज्यादा की नींद लेते हैं उनके बॉडी में इंसुलिन का स्तर घट जाता है जिसकी वजह से ब्लड शुगर होने की संभावना रहती है। इंसुलिन का स्तर कम होने की वजह से बॉडी में शुगर लेवल और नियंत्रित हो जाता है। अधिकतम नींद के कारण बॉडी में मौजूद मेट्रोपॉलिज्म कम हो जाता है और जिससे इंसुलिन घट जाता है। इसीलिए हमें एक पर्याप्त नींद लेनी चाहिए और पौष्टिक आहार को ग्रहण करना चाहिए। हमेशा अपने शुगर लेवल की जांच करते रहना चाहिए।
5. थकान और सुस्ती
हमें थकान का बहुत बड़ी बात नहीं है। पर इसकी वजह से हम प्रोडक्टिव नहीं बन पाते। अपने काम को पूरा करने में असमर्थ होते हैं। जैसे की बॉडी को एक पर्याप्त नींद की जरूरत है जिससे वह तनाव मुक्त रह सके वैसे ही अधिकतम नींद लेने के कारण थकान और सुस्ती बढ़ भी सकती है। ज्यादा सोने की वजह से हमारा बॉडी क्लॉक डिस्टर्ब हो जाता है जिससे हम पावरलेस महसूस करते हैं। बॉडी क्लॉक का संतुलन पूरी तरीके से नींद पर निर्भर करता है। सोने और उठने के समय को ठीक करना बहुत आवश्यक है। ज्यादा सोना हमारे शरीर के लिए हानिकारक है ठीक वैसे ही कम सोना भी हमारे शरीर के लिए हानिकारक है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।