Irregular Periods: पीरियड्स कई बार अपनी डेट से लेट या पहले आ जाते है, वैसे तो ये कोई गंभीर समस्या नहीं होती पीरियड्स की डेट में उतार चढ़ाव होना आम बात है। लेकिन लगातार या लंबे समय तक ऐसा होना चिंता की बात हो सकती है इसके कई रीजन हो सकते है मगर खून की कमी मुख्य रीजन है। पीरियड्स जब डेट पर नही आते तो कई महिलाएं इस बात पर ध्यान नहीं देती मगर कुछ काफी परेशान हो जाती है महिलाओं को स्वस्थ से जुड़ी कई समस्याएं भी हो सकती है आइये जानते हैं उनके बारे में।
अनियमित पीरियड से महिलाओं को हो सकती हैं ये स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं
थायराइड
थायराइड समस्या भी अनियमित पीरियड्स का कारण बन सकती है। थायराइड में थकान और वजन में परिवर्तन के साथ-साथ पीरियड्स के समय में इरेगुलेरिटी हो सकती है। अगर आपको इस तरह की समस्याएं हैं, तो थायराइड का टेस्ट करवाना जरूरी है और सही इलाज के लिए डॉक्टर से सलाह लें।
PCOS
PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) इरेगुलर पीरियड्स का एक रीजन हो सकता है, हार्मोन के वजह से महिलाओं की ओवरी में छोटे छोटे सिस्ट यानी गांठ हो जाती है इसकी वजह से ओवरी सही नही रहती है जिसकी वजह से पेटियड्स लेट या इरेगुलर हो सकते हैं।
डायबिटीज
2011 ने नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन की जांच ने बताया है कि पीरियड्स की इरेगुलेरिटी की वजह डायबिटीज भी है और खासकर मोटापे से घिरी महिलाओ को ये काफी ज्यादा हो सकता है। डायबिटीज से प्रभावित लोगों को इरेगुलर पीरियड्स के मामले में अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
ओबेसिटी
Obesity यानी मोटापा जिससे उसके हार्मोनल स्तरों में असंतुलन हो सकता है। मोटापा व्यक्ति के शारीरिक बनावट पर असर कर सकता है इससे, ओवुलेशन की स्थिति पर प्रभाव पड़ता है, जिसके रिज़ल्ट में पीरियड्स इरेगुलार हो सकते है। वजन कम करने के लिए योग और रोज एक्सरसाइज करे और ये पीरियड्स टाइम पर आने में मदद कर सकता है।
प्रीमेनोपॉज़
प्रीमेनोपॉज के समय महिलाओं के हार्मोन में बदलाव होता है, जिससे इरेगुलर पीरियड्स हो सकते है। इस समय महिलाओं के शरीर में लास्ट पीरियड्स के पहले और बाद के सालो में हार्मोनल चेंज होते हैं इस दौरान शरीर बहुत कम ओव्यूलेशन हार्मोन का प्रोडक्शन करता है, ये इरेगुलर पीरियड्स का रीजन हो सकता है।