How should women handel anxiety after delivery: डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में काफी बदलाव देखने को मिलते हैं। जिसके कारण उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उनका शरीर कमजोर पड़ने लगता है, उन्हें एंजायटी होने लगती है, चिड़चिड़ापन बड़ने लगता है।अगर दूसरे शब्दों में कहें तो वे खुश नहीं रह पाती। आखिर क्यों होती है ये एंजाइटी? डॉक्टर्स के अनुसार नवजात शिशु की देखभाल करते समय एंशियस महसूस करना कॉमन बात है।
Anxiety कैसे हैंडल करी जा सकती है
सेल्फ- केयर इंप्रूव करना: अपनी सेल्फ केयर करने से एंजायटी खत्म करी जा सकती है। अच्छी नींद लेना, हेल्थी भोजन करना, एक्सरसाइज करना यह सारी चीज काफी जरूरी हैं। क्योंकि अक्सर बच्चे के जन्म के बाद अपने लिए समय नहीं मिलता बच्चे की देखभाल करते करते चिड़चिड़ापन आ जाता है।
अपने बच्चे को कड्डल करना: कडलिंग करने से ऑक्सीटोसिन रिलीज होते हैं, जो एंजाइटी लेवल को कंट्रोल करने में हेल्पफुल माने जाते हैं। साथ ही बच्चे के साथ स्किन टू स्किन टच होने से आपके बच्चे को भी बेहतर फील होता है जिससे बच्चा ज्यादा रोता नही है ना ही ज्यादा परेशान करता है इसलिए आपको बेहतर फील हो सकता है।
अपनी मां के साथ समय बिताए: मां के साथ बैठकर किसकी प्रॉब्लम्स सॉल्व नही होती। आप जब भी एंक्सियस फील करें अपनी मां के साथ बैठे, उनसे बातें करे , उनके साथ अपना समय बिताए। ऐसा करने से आपको बेहतर फील होगा और आपकी कुछ ऐसी समस्याओं का हल भी मिल सकता है जो आपकी एंजाइटी की बढ़ा रही हैं।
योगा और एक्सरसाइज करें: डॉक्टर्स के सुझाव के अनुसार रोज आधा घंटा योगा और एक्सरसाइज को दें। योगा आपके मन को एकाग्रता और पॉजिटिविटी प्रदान करेगा। साथ ही डिलीवरी के बाद आपको फिट होने में भी मदद करेगा।
हमेशा पॉजिटिव सोचें: अपनी सोच को पॉजिटिव रखना बहुत जरूरी है। ऐसी जगहों पर जाए जहां आपको पॉजिटिव फील हो जैसे, नेचर के करीब, मंदिर , गुरुद्वारे, अपने दोस्तों के घर। कोई भी समस्या हो यदि आप पॉजिटिव होकर सोचेंगी तो आधी समस्या तो ऐसे ही खत्म हों जाएगी इसलिये एंजायटी के समय में भी पॉजिटिव सोचते रहे।