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Thyroid Effect: Thyroid से कैसे महिलाएं प्रभावित हो रही हैं?

हर 10 में से 1 भारतीय को थाइरॉइड होने का रिस्क रहता है। आइए जानते हैं कि यह महिलाओं कि हैल्थ को कैसे प्रभावित करता है और इसके क्या लक्षण होते हैं।

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Anshika Pandey
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Thyroid से कैसे महिलाएं प्रभावित हो रही हैं ? 

How thyroid affects women? हर 10 में से 1 भारतीय को थाइरॉइड होने का रिस्क रहता है। थाइरॉइड हमारे शरीर की एक ग्रन्थि है जो कि थाइरॉइड नामक हॉर्मोन रिलीज करती है। यह गले मे पाई जाती है। थाइरॉइड का काम बॉडी में वज़न मेंटेन करना, ब्लड प्रेशर मेंटेंन रखना, हार्ट रेट सामान्य रखना, टेंपरेचर मैन्टेन करना और ब्लड सर्कुलेशन सही रखना है। जब बॉडी में थाइरॉइड हॉर्मोन की अधिकता हो जाती है तो हाइपरथाइरॉइड हो जाता है और थाइरॉइड हॉर्मोन की कमी से हाइपोथाइरॉइड हो जाता है। थाइरॉइड के असंतुलन से होने वाला यह रोग एक Auto Immune Disease है। बॉडी में आयोडीन की कमी या अधिकता से भी यह रोग हो सकता है। आइए जानते हैं कि यह महिलाओं को कैसे प्रभावित करता है। 

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Thyroid से कैसे महिलाएं प्रभावित हो रही हैं? 

 1. पीरियड्स पर असर 

थाइरॉइड महिलाओं के पीरियड्स पर असर डालता है और जिसकी वजह से अनियमित पीरियड्स की शिकायत हो सकती है। थाइरॉइड से ग्रसित महिलाओं के ओवरी में सिस्ट होने का भी खतरा अधिक होता है। सिस्ट के कारण भी पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं।

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2. जल्द मेनोपॉज 

महिलाओं में मेनोपॉज अक्सर 55 - 60 कि उम्र के लगभग आता है। पर थाइरॉइड से ग्रसित महिलाएं अक्सर 40 की उम्र में भी पीरियड्स ना होने, अधिक मूड सविंग्स आदि से परेशान रहती हैं। ये भी देखा जाता है कि थाइरॉइड से ग्रसित महिलाओं में अक्सर मेनोपॉज जल्दी देखा जाता है। 

3. हड्डियों में कमज़ोरी 

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आयोडिन के असंतुलन से होने वाला थाइरॉइड हड्डियों को कमजोर बना देता है और अक्सर बॉडी पेन जैसे कमर में दर्द, पैर या गर्दन में दर्द और जॉइंट्स जैसे कलाई, गुठना, कंधों आदि में दर्द देखा जाता है। कई बार हाइपोथाइरॉइड की समस्या होने पर हड्डियों में कैल्सियम की कमी हो जाती है और ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या आ सकती है। 

4. मानसिक प्रभाव 

हॉर्मोनल असंतुलन से और थाइरॉइड के कारण बॉडी में होने वाले बहुत से बदलाव से अक्सर मानसिक तनाव बढ़ जाता है, थाइरॉइड से ग्रसित होने के बाद मूड सविंग्स, चिड़चिड़ापन, सोचने की शक्ति कम होना जैसी समस्या आ सकती है और डिप्रेशन का खतरा भी बढ़ जाता है। 

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5. वज़न बढ़ना  

थाइरॉइड की समस्या वज़न पर असर डालती है। यह थाइरॉइड के बहुत कॉमन लक्षण होते हैं। हाइपोथाइरॉइड से वज़न बहुत तेज़ी से बढ़ता है और उसे मेंटेन करना मुश्किल हो जाता है। हाइपरथाइरॉइड में वज़न बहुत तेज़ी से कम होने लग जाता है।

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

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