Melanoma: हम में से बहुत लोग तिल का होना आम बात मानते हैं। कई जगहों में तो तिल को भाग्य से भी जोड़ा जाता है। यहां पर तिल है तो ऐसा है और वहां पर तिल है तो ये फायदा है आदि बातें पढ़ने और सुनने में आ जाती हैं। पर तिल का होना एक समस्या भी होती है। तिल होना स्वााभाविक भले है लेकिन तिल होना एक बीमारी भी है। तिल एक शारीरिक बीमारी का संकेत भी हैं, नाम है मेलेनोमा।
मेलेनोमा स्किन कैंसर का एक प्रकार है। इसमें स्किन में छोटे-छोटे तिल आ जाते हैं जो त्वचा ही नहीं शरीर में प्रवेश कर फिर दिमाग तक जाकर हमारी पूरी जान के लिए खतरा बन जाते हैं। ऐसे में जरूरी है मेलेनोमा को काबू में लिया जाए और इसके लिए समय रहते ही इसे ठीक कराया जाए।
क्या है मेलेनोमा से जुड़े लक्षण
मेलेनोमा जैसे स्किन कैंसर से जुड़े लक्षण निम्न हैं :-
- स्किन या त्वचा में तिल आना : मेलेनोमा का सबसे पहला लक्षण है कि इसमें स्किन या त्वचा में तिल आना शुरु होता है।
- स्किन का लाल होना : अगर कहीं पर भी स्किन या त्वचा लाल दिख रही है, या उसमें चकत्ते से नजर आ रहे हैं तो मेलेनोमा का खतरा समझा जा सकता है।
- तिल का बढ़ना या मवाद आना : शरीर में हो रहे किसी तिल के आकार में अगर बढ़ोत्तरी दिखे या तिल में से कोई पदार्थ निकलता दिखे तो ये मेलेनोमा के संकेत हो सकते हैं।
- तिलों का बढ़ना : अचानक से शरीर में अनावश्क रूप से तिलों का निकलना शुरु हो जाए तो इसे किसी शुभ संकेत से न जोड़ें बल्कि तुरंत स्किन डॉक्टर को दिखाएं। ये मेलेनोमा का संकेत हो सकता है।
- तिल के रंग में परिवर्तन : अगर शरीर के तिल में रंग में परिवर्तन नजर आए तो इसे मेलेनोमा का खतरा समझा जा सकता है। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करें।
क्यों हो जाता है मेलोनोमा
मेलेनोमा के होने के पीछे बहुत से कारण हो सकते हैं। पहले तो ये धूप की अल्ट्रावॉयलेट रेज या पैराबैंगनी किरणों के चलते भी हो सकता है और साथ ही इसके पीछे कोई अनुवांशिक कारण भी हो सकते हैं। इसके साथ कोई स्किन या त्वचा संबंधी रोग भी इसकी मुख्य वजह हो सकता है।
मेलेनोमा से बचने के उपाय क्या हैं
मेलेनोमा से बचने के लिए जरूरी है अपनी स्किन या त्वचा की अच्छे से देखभाल करें। शरीर की किसी भी जगह की स्किन या त्वचा में परिवर्तन दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसके साथ ही बाहर निकलते समय सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें, चेहरे और त्वचा के अन्य हिस्सों को ढककर ही बाहर निकलें। सबसे बड़ा मेलेनोमा से बचने का उपाय ये है कि समय-समय पर अपनी त्वचा की जांच कराते रहें।
मेलेनोमा हो जाने पर जरूरी है डॉक्टर से संपर्क करें। मेलेनोमा का इनीशियल स्टेज में सर्जरी की मदद से इलाज किया जा सकता है। गंभीर स्थिति में ये खतरनाक हो सकता है।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।