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(Credit Image-File Image)
PCOS Increase Data In Women: PCOS यानी पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है। देश में हर पांच में से एक महिला पीसीओएस की चपेट में है। यह बीमारी महिलाओं के लिए मुसीबत बनते जा रही हैं। आज भी ऐसे कई इलाके हैं, जहां महिलाएं इस बीमारी से जूझ रही हैं लेकिन उन्हें इस बीमारी के बारे में जानकारी न होने के कारण कई संकेतों को वो नजरअंदाज कर देती हैं।
क्या है PCOS?
PCOS महिलाओं में होने वाली एक असामान्य बीमारी है, जो ज्यादातर प्रजनन उम्र की महिलाओं में होती हैं। इससे महिलाओं में पुरुष हार्मोन एंड्रोजन की मात्रा ज्यादा बढ़ जाती है, और प्रोजेस्टेरोन की मात्रा कम हो जाती है। हार्मोन असंतुलन की वजह से महिलाओं को पीरियड्स नहीं आता है। जिस कारण आगे चलकर गर्भवती होना उनके लिए कठिन हो जाता है। सर्वे के मुताबिक रिप्रोडक्टिव एज की 8 से 13% महिला इससे प्रभावित होती है, जिनमें से 70% मामलों का इलाज तक नहीं हो पाता।
क्यों बढ़ रही महिलाओं में PCOS के मामले?
बीते एक दशक से महिलाओं में पीसीओएस के मामले काफी बढ़ रहे हैं। 16 साल से 40 साल उम्र तक की महिलाओं में यह समस्या देखने को मिल रही है। इसके मामले बढ़ने के पीछे कई कारण हैं, जिनमें खराब लाइफस्टाइल, तनाव, धूम्रपान, हेल्दी डाइट का ना होना आदि। हालांकि कुछ मामलों में यह जेनेटिक वजह से भी होता है।
PCOS के कारण
1. इंसुलिन प्रतिरोध
इसमें शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशील हो जाती है। जिससे खून में शर्करा का मात्रा बढ़ जाता है, जो कि पीसीओएस का कारण बनता है। यह महिला के अंडाशय में पुरुष हार्मोन एंड्रोजन को बढ़ा देता है। जिसे छोटे-छोटे सिस्ट उत्पन्न होने लगते हैं।
2. वजन बढ़ाना
वजन बढ़ाना मेटाबॉलिक सिंड्रोम से जुड़ा रहता है, जो पीसीओएस का कारण बनता है। यह इंसुलिन प्रतिरोध को भी बढ़ाता है।
3. जेनेटिक कारण
अगर आपके परिवार में कोई महिला इससे ग्रसित है तब यह आनुवांशिक तौर पर अन्य महिलाओं में भी देखा जा सकता है।
PCOS से बचाव
1.साबुत अनाज, फल, सब्जियां प्राप्त मात्रा में लेना।
2.व्यायाम और ध्यान करना।
3.खानपान में बदलाव कर हेल्दी डाइट पर फोकस करना।
4.अपना वजन स्वस्थ बनाए रखना।
5.किसी चिकित्सक विशेषज्ञ से जरूर सलाह लेना।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।