Pregnancy: प्रेगनेंसी पीरियड महिलाओं के लाइफ का एक बहुत ही जरूरी हिस्सा होता है ये महिलाओं की लाइफ में खुशी का अहसास लेकर आता है, हालाकि प्रेगनेंसी का समय एक महिला के लिए काफी परेशानी भरा होता है। इस दौरान आपको कोई भी समस्या हो तो उसे सामान्य मानकर टालना सही नही होता है इस समय जो भी समस्या होगी वे न केवल आपके बल्कि आपके बच्चे के लिए भी संकट हो सकती है। चलिए, आज इसी बारे में जाने वे कौन सी समस्याएं है जो प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को हो सकती है।
प्रेगनेंसी के समय महिलाओं को हो सकती है ये समस्याएं
ब्लीडिंग होना
प्रेग्नेसी के दौरान भी अगर आपको पीरियड्स हो रहे है, तो इसे सामान्य न समझे इस स्टेज को एक्टोपिक प्रेगनेंसी कहते है। इसमें फर्टिलाइज एग यूटरस तक नहीं पहुंचते और रास्ते में ही फंस जाते है। ऐसे में मिसकैरेज के चांसेज बढ़ जाते है, जरूरी है डॉक्टर से सलाह ले।
बच्चे की एक्टिविटी फील न होना
दूसरे क्वार्टर से ही अक्सर महिलाओं को बच्चे की एक्टिविटी फील होने लगती है अगर आपको एक्टिविटी कम महसूस हो रही हो, तो आप इस बारे में डॉक्टर से सलाह ले। हर दो घंटे में बच्चे का कम से कम 10 बार किक मारना सामान्य मानते है।
अधिक वोमिटिंग
हालाकि प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं का वोमिटिंग करना आम बात मानी जाती है, इसलिए अधिकतर महिलाएं इसे गंभीरता से नहीं लेती। अगर आपको वोमिटिंग ज्यादा हो रही है तो जरूरी है आप डॉक्टर से सलाह ले। ऐसे में आपको डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है और इसकी वजह से जच्चा बच्चा दोनो को नुकसान हो सकता है।
दर्द और बुखार
प्रेगनेंसी के दौरान तेज बुखार, सिरदर्द, पेटदर्द ये समस्या आपके बच्चे के लिए परेशानी बढ़ा सकती है। इस सिचुएशन में जरा भी रिस्क नहीं लेना चाहिए अपना बीपी चेक करते रहे और डॉक्टर से सलाह ले।
हेपेटाइटिस ई
प्रेगनेंसी के 35 या 36वे हफ्ते में प्रेगनेंट महिलाओं को लीवर से जुड़ी ये बीमारी हो सकती है। आम व्यक्ति के लिए इससे निपटना आसान है मगर एक प्रेगनेंट महिला के लिए ये जानलेवा भी हो सकती है और ऐसे प्रेगनेंसी हार्मोन की गड़बड़ी से होता है। आपको डॉक्टर से इस बारे में बात करनी चाहिए।