सेक्स जिसका नाम सुनते हम असहज महसूस करने लग जाते है। सेक्स करने में सब को मज़ा आता है लेकिन इसके बारे में बात कोई नहीं करना चाहता। जब भी शारीरिक संबंध बनाने की बात आती है हम लगता है सिर्फ सेक्शूअल इंटर्कॉर्स, ऐसा ज़रूरी नहीं।हमारे देश में आज भी सेक्स एजुकेशन की बहुत कमी है। इसलिए जब कोई पहली बार सेक्स करता है तो जानकारी ना होने के कारण वह सेक्स का उतना मज़ा नहीं ले पाता या फिर घबरा जाता है।सेक्स का मतलब एक-दूसरे से सेक्शूअली कनेक्ट होना नहीं होता इसके साथ बहुत से फ़ैक्टर जुड़े होते है। आईए जानते है कि सेक्स के समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
Sex Facts: पहली बार सेक्स कर रहे तो रखे इन बातों का ध्यान
1. पहली बार नर्वस होना नैचरल है
अगर आप पहली बार सेक्स कर रहे है तो नर्वस होना लाज़मी है।आपकी दिल की धड़कन की तेज हो रही हो, आपको प्यास लग रही हो या फिर आप बेचैन हो रहा हो तों यह बिल्कुल नोर्मल है। पहली बार सेक्स के समय हर कोई ऐसा ही फ़ील करता है। ज़रूरी नहीं सेक्स का मतलब आप सीधे सेक्शूअल इंटर्कॉर्स करने लगे।अपने पार्ट्नर से बात कर सकते है या फिर लंबी-लंबी साँस ले सकते है। सेक्स का आप अच्छे से आनंद ले।
2.फ़ोरप्ले ऐफ़्टरप्ले ज़रूरी है
सेक्स एजुकेशन की कमी होने के कारण बहुत से लोग सीधा ही सेक्स स्टार्ट कर देते है।सेक्स के लिए फ़ोरप्ले बहुत ज़रूरी है। यह आपका मूड भी सेट करता है, बल्कि आपके बीच दूरियों को भी कम करता है।फ़ोरप्ले में एक-दूसरे को किस्स करना, गले लगाना, पार्ट्नर के सेक्शूअल अंगो को छूना आदि शामिल होते है।
इसके अलावा सेक्स के बाद अफ़्टरप्ले भी बहुत ज़रूरी है। सेक्स के बाद एक दूसरे के साथ बात करें, अपना अनुभव साझा करें। एकदम अपने पार्ट्नर से अलग ना हो जाएँ।
3.कॉन्फ़िडेंट महसूस करें
अगर पहली बार सेक्स करने जा रहे हो एकदम कॉन्फ़िडेंट और सेक्शूअली अपीलिंग फ़ील करे। अच्छा सा शॉवर ले, अपनी पसंद के इनरवीअर पहने, अच्छा सी फ़्रेगनेंस लगाए। वे सब चीजें करें जिससे आप कॉन्फ़िडेंट फ़ील करें।
4.लुब्रिकेंट का ना भूले
पहली बार सेक्स करते समय अक्सर कपल लुब्रिकेंट भूल जाते है। लुब्रिकेंट अपने पास ज़रूर रखें।ज़रूरी नहीं कि यह आपके काम आए लेकिन अगर आपके पार्ट्नर को दर्द हो रहा है तो यह आपके काम आ सकते है।जिससे यह आपके पल को और रोमांटिक बना सकते है।
5.पहली बार ब्लीडिंग होना ज़रूरी नहीं
पहली बार सेक्स करते समय ब्लीडिंग हो यह ज़रूरी नहीं। यह एक मिथ है।ब्लीडिंग का होना ना होना पूरी तरह हायमन पर निर्भर करता है।फ़िजिकल ऐक्टिव लड़कियों में यह साइक्लिंग और स्विमिंग करते समय भी टूट जाता है। जिसके कारण पहली बार सेक्स में ब्लीडिंग नहीं होती।