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Acidity (freepik)
Suffering from acidity try these remedies: भागदौड़ भरी ज़िंदगी, खराब खानपान, स्ट्रेस और देर से सोने-जागने की आदतें आजकल बहुत आम हो गई हैं, और इन्हीं आदतों का नतीजा है एसिडिटी। पेट में जलन, खट्टी डकारें, भारीपन और सीने में जलन जैसे लक्षण एसिडिटी के संकेत हैं, जो न सिर्फ अजीब महसूस कराते हैं बल्कि दिनभर की एनर्जी और मनोदशा पर भी असर करते हैं। ज़्यादातर लोग इससे राहत पाने के लिए तुरंत ऐलोपैथिक एंटासिड्स का सहारा लेते हैं, लेकिन लंबे समय तक इन दवाइयों का सेवन शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ऐसे में घरेलू और प्राकृतिक उपायों की मदद से एसिडिटी को जड़ से कंट्रोल किया जा सकता है। आयुर्वेद और घरेलू नुस्खों में ऐसी कई चीजें मौजूद हैं जो बिना किसी साइड इफेक्ट के एसिडिटी को शांत करने में मदद करती हैं। आइए देखते हैं इसके उपाय के बारे में।
एसिडिटी से हैं परेशान तो अपनाएं ये तरीके
1. तुलसी के पत्ते चबाएं
तुलसी के पत्तों में नेचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसिड गुण होते हैं। जब आप तुलसी के 4-5 पत्ते धीरे-धीरे चबाते हैं, तो ये पेट की गैस, जलन और अपच को कम करता है। तुलसी की चाय भी एसिडिटी में फायदेमंद होती है।
2. गुनगुना पानी पिएं
सुबह उठते ही खाली पेट एक या दो गिलास गुनगुना पानी पीने से शरीर की सफाई होती है और पाचन तंत्र एक्टिव हो जाता है। ये पेट में जमे एसिड को पतला करता है और गैस्ट्रिक एसिड का बैलेंस बनाए रखता है।
3. ठंडा दूध पिएं
बिना चीनी या मसालों के ठंडा दूध एक नेचुरल एंटासिड की तरह काम करता है। ये पेट की अंदरूनी परत को कोट करता है और एसिड को न्यूट्रल करता है। खासकर सीने की जलन में ठंडा दूध तुरंत राहत देता है।
4. सौंफ खाएं
सौंफ पाचन तंत्र को शांत करने वाली जड़ी-बूटी मानी जाती है। खाने के बाद आधा चम्मच सौंफ चबाने या सौंफ की चाय पीने से पेट में ठंडक पहुंचती है और एसिडिटी में राहत मिलती है। इसका लगातार सेवन गैस, डकार और जलन की समस्या को दूर करता है।
5. आंवला खाएं
आंवला विटामिन C से भरपूर है और ये पेट की गर्मी को शांत करता है। इसे लगातार खाने से पाचन बेहतर होता है और एसिड रिफ्लक्स को रोकता है। आंवला पाउडर को शहद के साथ या आंवले के रस को पानी में मिलाकर सुबह खाली पेट लेने से अच्छा असर दिखता है।