Menopause: पीरियड्स महिलाओं की लाइफ का एक हिस्सा होते है, हर महिला को इससे गुजरना पड़ता है इनकी शुरुवात 12 से 16 साल में हो जाती है किसी को लेट भी होते है और 40 से 45 की उम्र तक ये रहते है। हर महिला में ये उम्र अलग भी हो सकती है, ये परेशानी की बात नही है। 45 की उम्र के बाद अगर 1 साल तक पीरियड्स न हो तो ये मेनोपॉज का साइन हो सकता है ध्यान रहे के ये आप प्रेगनेंट या बीमार नहीं है तभी ये लक्षण मेनोपॉज का है। मेनोपॉज के समय कई महिलाओं में शारीरिक और मानसिक बदलाव नजर आते है कई महिलाओं में ये हल्के और ज्यादा भी हो सकते है। महिलाओं को मेनोपॉज से पहले कुछ लक्षण नजर आते है, इन लक्षण के बारे में जानते है।
मेनोपॉज से पहले नजर आते हैं ये लक्षण, ना करें नजरअंदाज
इरेगुलर पीरियड्स
महिलाओं के लाइफ में एक समय आता है जब उनके पीरियड्स इरेगुलर होने लगते हैं, जो आमतौर पर मेनोपॉज़ के लक्षण होते हैं। इसका मतलब है कि उनके पीरियड्स के साइकिल में बदलाव हो रहा है। यह साइकिल लंबा या छोटा हो सकता है, ब्लीडिंग ज्यादा या कम हो सकता है, और कभी-कभी पीरियड्स ही नहीं होते इसे मेनोपॉज़ का लक्षण मान सकते है, मगर पूरी तरह से मेनोपॉज़ होने के बाद भी हल्की ब्लीडिंग है तो डॉक्टर से चेकअप करवाए।
ड्राई वजाइना
मेनोपॉज़ के दौरान वेजाइना में सूखापन हो सकता है। यह इसलिए होता है क्योंकि महिलाओं के शारीरिक हार्मोनों में चेंजेस होता है। इससे वेजाइना सूख जाती है और दर्द, सुजन या खुजली हो सकती है इससे यूरिनरी इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ सकता है, ऐसे में जरूरी है के आप डॉक्टर की सलाह ले।
मूड स्विंग
मूड स्विंग्स महिलाओं में मेनोपॉज़ के दौरान आम होते हैं, मूड स्विंग जैसे कि उदासी, गुस्सा, चिड़चिड़ापन, अट्रैक्शन या बहुत खुशी। ये चेंजेस हार्मोनल बदलाव के कारण होते हैं जो मेनोपॉज़ के दौरान होते हैं। यह बहुत ही सामान्य होता है, लेकिन इसका असर लाइफ पर हो सकता है इसलिए परेशानी बढ़ने पर डॉक्टर के पास जाए।
हॉट फ्लैशेस
हॉट फ्लैशेस (Hot flashes) महिलाओं में मेनोपॉज़ के दौरान एक सामान्य लक्षण होते हैं। इसका मतलब है कि अचानक ही तेज़ी से शरीर का तापमान बढ़ जाता है, और यह बहुत गर्मी लगने लगती है ये महिलाओं के शरीर में मेनोपॉज़ के समय होते हैं लगभग 1 से 5 मिनट्स तक चलता है, यह समस्या बहुत ही सामान्य होती है मगर बढ़ने पर डॉक्टर से सलाह लें।
नींद की समस्या
नींद की समस्या भी महिलाओं के मेनोपॉज़ के दौरान आम होती है नींद न आना, ज्यादा नींद आना या रात के समय बार बार उठना शामिल हो सकता है। यह हार्मोनल चेंजेस, जैसे कि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन के लेवल में बदलावों के वजह से होता है, जो मेनोपॉज़ के समय होते हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए आप समय पर सोए, एक्सरसाइज करे, स्वस्थ खानपान अपनाए और मेडिटेशन करे।