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किशोरियों को मासिक धर्म के बारे में ये 5 बातें जाननी चाहिए

लड़कियों के लिए बड़े होने का सफर कई तरह के बदलाव लेकर आता है।यह एक पूरी तरह से प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो हर स्वस्थ महिला के शरीर में होती है।

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Shivani verma
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Teen periods

Credit: The New York Times

Teen Girls Should Know About These 5 Things About Menstruation:लड़कियों के लिए बड़े होने का सफर कई तरह के बदलाव लेकर आता है। शारीरिक बदलावों के साथ-साथ हर लड़की को अपने जीवन में मासिक धर्म या पीरियड्स का भी सामना करना होता है। यह एक पूरी तरह से प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो हर स्वस्थ महिला के शरीर में होती है। हालांकि, पीरियड्स को लेकर अक्सर लड़कियों में शर्म, संकोच या गलत जानकारी देखने को मिलती है।

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किशोरियों को मासिक धर्म के बारे में ये 5 बातें जाननी चाहिए

1. यह पूरी तरह से प्राकृतिक है 

 मासिक धर्म आपके शरीर के बड़े होने की एक महत्वपूर्ण निशानी है। यह इस बात का संकेत देता है कि आप अब शारीरिक रूप से गर्भवती होने के लिए तैयार हो रही हैं। हर महीने आपका शरीर गर्भधारण की तैयारी करता है। इस प्रक्रिया में गर्भाशय की अंदरूनी परत मोटी हो जाती है। लेकिन अगर गर्भधारण नहीं होता है, तो यह अतिरिक्त परत मासिक धर्म के रूप में शरीर से बाहर निकल जाती है। इस प्रक्रिया में रक्तस्राव होना भी सामान्य है। यह बिल्कुल भी गंदी या डरावनी प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह प्रकृति का कमाल है जो हर महीने आपके शरीर को स्वस्थ रखने के लिए काम करता है।

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2. हर किसी का पीरियड्स अलग होता है 

आपकी किसी सहेली का पीरियड्स 3 दिन चलता है, तो आपका 5 दिन चल सकता है, या हो सकता है 7 दिन भी चले, यह बिल्कुल सामान्य है। पीरियड्स का समय हर लड़की के शरीर के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है। कुछ लड़कियों को हर 28 दिन में पीरियड्स होते हैं, तो कुछ को 35 दिन बाद भी हो सकते हैं। रक्तस्राव की मात्रा भी हर बार थोड़ी बहुत अलग हो सकती है। कुछ लड़कियों को पीरियड्स के दौरान बिल्कुल भी दर्द नहीं होता, तो कुछ को हल्का या तेज दर्द, खासकर पेट के निचले हिस्से में हो सकता है। घबराने की जरूरत नहीं है, यह सब सामान्य है। आपका पीरियड्स कैसा है, यह कुछ समय में आपके शरीर का खुद ही एक पैटर्न बन जाएगा।

3. शारीरिक और मानसिक बदलाव 

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पीरियड्स के दौरान आपके शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं। इन बदलावों के कारण आपको थकान, मूड स्विंग्स, पेट में ऐंठन, सिरदर्द, या शरीर में हल्का दर्द महसूस हो सकता है। ये सब कुछ सामान्य है और आमतौर पर कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है। अगर आपको बहुत ज्यादा तकलीफ हो रही है, तो किसी बड़ी बहन, मां या डॉक्टर से सलाह लें। वे आपको कुछ घरेलू उपाय या दवाएं बता सकती हैं जो पीरियड्स के दर्द को कम करने में मदद करेंगी।

4. स्वच्छता का ध्यान रखें 

पीरियड्स के दौरान साफ-सुथरे रहना बहुत जरूरी होता है। इससे आपको फ्रेश महसूस होगा और संक्रमण का खतरा भी कम होगा। हर 4-6 घंटे में सैनिटरी पैड जरूर बदलें। आप अपनी सुविधा के अनुसार पैड्स, टैम्पोन या कप का इस्तेमाल कर सकती हैं। इनमें से कौन सी चीज आपको सबसे ज्यादा आरामदायक लगती है, यह आप खुद ही प्रयोग करके देखें। साफ कपड़े पहनें और खुद को फ्रेश महसूस कराने के लिए नहा सकती हैं। पीरियड्स के दौरान भी आप अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी की गतिविधियां कर सकती है।

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5. डरने या शर्मिंदा होने की बात नहीं

पीरियड्स एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, जिसे छिपाना नहीं चाहिए। अगर आपको मासिक धर्म से जुड़ी कोई भी परेशानी है या कोई सवाल है, तो अपनी मां, बड़ी बहन या किसी भरोसेमंद महिला से बेझिझक बात करें। आप डॉक्टर से भी सलाह ले सकती हैं। याद रखें, मासिक धर्म के बारे में बात करना कोई गलत बात नहीं है।

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