Ayurveda talks: आयुर्वेद की ये 5 चीजें जो आपके शरीर के दर्द को झट से दूर करेंगी

प्राचीन समय से चली आ रही पद्धति आयुर्वेद में हर तरह की समस्या को दूर करने के तरीके हैं। शरीर में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए आयुर्वेद में कई तरीके हैं।

author-image
Anjali Mishra
New Update
Ayurveda

Ayurveda Photograph: (Pinterest)

These 5 Ayurveda things will give you relief from pain: शरीर का दर्द आजकल आम समस्या बन गया है, चाहे वो पीठ का हो, गर्दन का, जोड़ो का या फिर सिर का। बदलती लाइफस्टाइल, लगातार बैठकर काम करना, स्ट्रेस, नींद की कमी और गलत खान-पान इसके सबसे बड़े कारण बनते जा रहे हैं। हम अक्सर दर्द से राहत पाने के लिए दवाइयों की ओर भागते हैं, लेकिन उनके साइड इफेक्ट्स से बचना भी जरूरी है। ऐसे में प्राचीन भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयुर्वेद हमारी मदद कर सकती है। आयुर्वेद नेचुरल जड़ी-बूटियों, तेलों और लाइफस्टाइल में बैलेंस के ज़रिये दर्द को जड़ से खत्म करने में सक्षम है। इसमें कोई नुकसानदायक केमिकल नहीं होते, और ये शरीर की प्रकृति के हिसाब से काम करता है। अगर आप बिना किसी दवा के अपने शरीर के दर्द से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं आयुर्वेद की 5 ऐसी असरदार चीजों के बारे में जो दर्द को झट से दूर करने में आपकी मदद कर सकती हैं।

Advertisment

आयुर्वेद की ये 5 चीजें जो आपके शरीर के दर्द को झट से दूर करेंगी

1. नारियल तेल में कपूर की मालिश

कपूर और नारियल तेल का मिश्रण एक बेहद असरदार घरेलू उपाय है जो नसों में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है और दर्द वाले हिस्से में ठंडक पहुंचाता है। ये मिश्रण सूजन और जकड़न को दूर करता है, खासकर गर्दन, कंधे और घुटनों के दर्द में। इस तेल को हल्का गर्म करके दर्द वाले हिस्से पर रोजाना 5 से 10 मिनट तक मालिश करें, तुरंत राहत मिलेगी। ये स्किन को भी नुकसान नहीं पहुंचाता और पूरी तरह नेचुरल है।

Advertisment

2. अश्वगंधा

अश्वगंधा को आयुर्वेद में टॉनिक माना जाता है। ये शरीर को ताकत देने के साथ-साथ मसल्स की सूजन और थकान को दूर करता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण दर्द को जड़ से खत्म करने में मदद करते हैं। खासकर जो लोग पीठ दर्द, शरीर की कमजोरी या क्रॉनिक पेन से जूझ रहे हैं।

3. गुग्गुल

Advertisment

ये एक खास पेड़ से निकाला गया गाढ़ा रेजिन होता है जिसे आयुर्वेद में हजारों वर्षों से सूजन और जोड़ों के दर्द के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। गुग्गुल शरीर में फैले विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है और वात दोष को बैलेंस करता है।

4. नाड़ी स्वेदन

ये एक पारंपरिक आयुर्वेदिक पद्धति है जिसमें औषधीय जड़ी-बूटियों (जैसे नीम, तुलसी, अरंड) को पानी में उबालकर उसके भाप से शरीर के दर्द वाले हिस्से पर सेंकाई की जाती है। इससे मसल्स की अकड़न, दर्द और सूजन कम होती है। नाड़ी स्वेदन ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है।  

Advertisment

5. हल्दी वाला दूध

हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन एक प्राकृतिक पेन किलर है जो शरीर के अंदर सूजन को कम करता है। हल्दी वाला दूध पीने से मसल्स और हड्डियों का दर्द धीरे-धीरे कम होता है। ये खासकर गठिया, जोड़ों के दर्द और मसल्स की थकान में असरदार है। हल्दी वाले दूध को सोने से पहले पीना सबसे अच्छा होता है।