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Period panty Photograph: (Freepik)
These might be the reasons for clotting in period blood: महिलाओं के जीवन में पीरियड्स एक नॉर्मल लेकिन बहुत ज़रूरी बायोलॉजिकल प्रोसेस है, जो शरीर के हार्मोनल बैलेंस और रिप्रोडक्शन हैल्थ से गहराई से जुड़ी होती है। हर महिला का पीरियड एक्सपीरियंस अलग होता है किसी के लिए ये हल्का और आरामदायक होता है, तो किसी के लिए दर्द, भारी ब्लीडिंग और थकावट का कारण बन जाता है। अक्सर महिलाओं को पीरियड्स के दौरान खून के साथ छोटे-छोटे क्लॉट्स दिखते हैं, जो कई बार डराने वाले भी लग सकते हैं। ये क्लॉट्स अक्सर गाढ़े, जैली जैसे टुकड़े होते हैं जो खून के साथ बाहर निकलते हैं। कुछ हद तक पीरियड ब्लड में क्लॉटिंग होना बिल्कुल नॉर्मल माना जाता है ये शरीर का नेचुरल तरीका होता है ज़्यादा को कंट्रोल करने का। तो चलिए इसके और भी कारण देखते हैं।
पीरियड ब्लड में हो रही क्लॉटिंग, ये हो सकते हैं कारण
1. यूटरिन फायब्रॉयड्स
फाइब्रॉइड्स यूटरस में बनने वाली गैर-कैंसरस गांठें होती हैं, जो पीरियड्स को भारी बना देती हैं। ये यूटेरस की परत को असामान्य रूप से मोटा कर देते हैं जिससे ब्लीडिंग के दौरान ज़्यादा क्लॉट्स निकल सकते हैं। इसके साथ पेट में भारीपन या खिंचाव, और इरीगुलर पीरियड्स जैसे साइन दिख सकते हैं।
2. नॉर्मल हार्मोनल चेंजेस
पीरियड्स में हार्मोन खासकर एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन यूटेरस की अन्दर की परत को कंट्रोल करते हैं। जब ये परत हर महीने टूटती है, तो शरीर उसे खून के ज़रिए बाहर निकालता है। अगर फ्लो भारी होता है तो शरीर उस खून को जल्दी बाहर नहीं निकाल पाता, जिससे उसमें थक्के बनने लगते हैं।
3. भारी ब्लीडिंग
अगर आपके पीरियड्स में खून बहुत ज़्यादा बहता है, तो क्लॉट्स ज़्यादा बन सकते हैं। हर एक घंटे में पैड बदलने की ज़रूरत पड़े, या ब्लीडिंग 7 दिन से ज़्यादा चले ऐसी स्थिति में खून तेजी से बहने लगता है और शरीर क्लॉट बनाकर उसे रोकने की कोशिश करता है।
4. पीसीओएस
PCOS में हार्मोन का बैलेंस बिगड़ जाता है, जिससे ओवुलेशन इर्रीगुलर हो जाता है। इसके कारण यूटेरस की परत ज्यादा मोटी हो जाती है, और जब पीरियड्स आते हैं तो गाढ़ा खून और क्लॉट्स ज़्यादा मात्रा में निकलते हैं। PCOS में आमतौर पर पीरियड्स इर्रीगुलर होते हैं, वजन बढ़ता है और चेहरे पर बाल आ सकते हैं।
5. मिसकैरेज
अगर कोई महिला प्रेग्नेंट थी और उसे पता नहीं चला, तो अर्ली मिसकैरेज के समय भी खून के साथ बड़े-बड़े क्लॉट्स या टिशू निकल सकते हैं। इस सिचुएशन में ब्लीडिंग अचानक तेज हो जाती है और पेट में ऐंठन होती है।