Yoga For Thyroid: थायराइड ग्लैंड के डिसऑर्डर, जैसे हाइपोथायरायडिज़म या हाइपरथायरायडिज़म, शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों को प्रभावित कर सकते हैं। इन विकारों को नियंत्रित करने के लिए योगा एक मददगार साबित हो सकता है। यहां पांच योगा आसन दिए जा रहे हैं, जो थायराइड पेशेंट्स के लिए लाभकारी हो सकते हैं।
पांच योगा असानस थायराइड पेशेंट्स के लिए.
1. सर्वांगासन (Shoulder Stand)
सर्वांगासन, जिसे शोल्डर स्टैंड भी कहा जाता है, थायराइड ग्लैंड को एक्साइटेड करने में मदद करता है। यह आसन गर्दन और कंधे के क्षेत्र को भी खिंचता है, जिससे थायराइड ग्लैंड को एक्टिव किया जा सकता है। इसे करने के लिए, पीठ के बल लेट जाएं और धीरे-धीरे अपनी टांगों को ऊपर की ओर उठाएं, शरीर को एक सीधी रेखा में लाएं। इस स्थिति को कुछ समय के लिए बनाए रखें और फिर धीरे-धीरे लौटें।
2. मत्स्यासन (Fish Pose)
मत्स्यासन थायराइड ग्लैंड को एक्टिव करता है और गर्दन के पिछले हिस्से को खींचता है। इसे करने के लिए, पीठ के बल लेट जाएं, अपने हाथों को शरीर के पास रखें और धीरे-धीरे अपने सिर और सीने को ऊपर उठाएं। अपने कोहनी और कोहनी की क्रीज पर शरीर का भार डालें और गर्दन को पीछे की ओर झुका दें। इस स्थिति में कुछ देर रहें और फिर वापस लौटें।
3. उज्जयी प्राणायाम (Ujjayi Pranayama)
उज्जयी प्राणायाम, जिसे "विक्टोरियस ब्रीथ" भी कहते हैं, थायराइड ग्लैंड को संतुलित करने में सहायक होता है। इसे करने के लिए, आराम से बैठ जाएं और गहरी सांस लें। साँस लेते समय, अपने गले को संकरा करें ताकि सांस लेते समय हल्की सी आवाज उत्पन्न हो। इस प्राणायाम से सांस और शरीर के अन्य कार्यों को नियंत्रित किया जा सकता है।
4. भुजंगासन (Cobra Pose)
भुजंगासन भी थायराइड ग्लैंड को एक्टिव करने और थायराइड से संबंधित समस्याओं को कम करने में मदद करता है। इसे करने के लिए, पेट के बल लेट जाएं, हाथों को कंधों के नीचे रखें और धीरे-धीरे अपने ऊपरी शरीर को ऊपर उठाएं। ध्यान रखें कि आपकी कोहनियाँ सीधी रहें और सिर को पीछे की ओर झुकाएं।
5. धनुरासन (Bow Pose)
धनुरासन थायराइड ग्लैंड को एक्टिव करने के लिए प्रभावी होता है। इसे करने के लिए, पेट के बल लेट जाएं और अपने पैरों को पीछे की ओर उठाएं। हाथों से अपने टखनों को पकड़ें और अपने ऊपरी शरीर को ऊपर उठाएं। इस स्थिति में कुछ समय के लिए रहें और फिर धीरे-धीरे वापस लौटें।