Things Should Eat To New Mother: बच्चे का जन्म होना एक मां के लिए सबसे खुशी की बात होती है। लेकिन इसके साथ ही यह एक बड़ी जिम्मेदारी भी होती है। बच्चे के जन्म के बाद, एक मां को अपने और अपने बच्चे के सेहत का खास ख्याल रखना पड़ता है। इसके लिए, उसे अपने आहार में कुछ ऐसी चीजें शामिल करनी चाहिए, जो उसे ऊर्जा, पोषण और शक्ति दें और बच्चे के विकास और दूध के उत्पादन में भी मदद करें। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि नई मां को कौन-कौन सी चीज़े अपने आहार में शामिल करनी चाहिए ये 5 चीजें, जो उसे और बच्चे को स्वस्थ और मजबूत बनाएंगी।
नई मां को खानी चाहिए ये चीजें
1. डेयरी प्रोडक्ट्स
डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे कि दूध, दही, पनीर, चीज आदि में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की भरपूर मात्रा होती है। ये तत्व मां के हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं और बच्चे के विकास में भी अहम भूमिका निभाते हैं। डेयरी प्रोडक्ट्स से ब्रेस्टमिल्क का उत्पादन भी बढ़ता है, जो बच्चे के लिए सर्वोत्तम आहार है।
2. हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे कि पालक, मेथी, बथुआ, सरसों, आदि में विटामिन A, C, K और E के साथ-साथ फोलिक एसिड, आयरन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। ये तत्व मां के रक्त को शुद्ध और ऑक्सीजन से भरा रखते हैं और बच्चे को जन्म विकारों से बचाते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां भी ब्रेस्टमिल्क के गुणवत्ता और मात्रा को बढ़ाती हैं।
3. मछली
मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो बच्चे के मस्तिष्क और आंखों के विकास के लिए बहुत जरूरी है। ओमेगा-3 फैटी एसिड को सिर्फ खाने से ही प्राप्त किया जा सकता है और मछली इसका एक अच्छा स्रोत है। मछली में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स भी होते हैं, जो मां के और बच्चे के शरीर को स्वस्थ और रोग-प्रतिरोधी बनाते हैं। मछली खाने से मां को डिप्रेशन, तनाव और चिंता से दूर रहने में भी मदद मिलती है।
4. अंडे
अंडे में प्रोटीन, आयरन, जिंक, फोलेट, विटामिन B12 और विटामिन डी होते हैं, जो मां के और बच्चे के लिए बहुत जरूरी हैं। प्रोटीन से मां के और बच्चे के टिश्यू बनते हैं, आयरन से खून में हीमोग्लोबिन बनता है, जिंक से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, फोलेट से बच्चे के रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क का विकास होता है, विटामिन B12 से खून के बनावट में सुधार होता है और विटामिन डी कैल्शियम में उपयोग होता है।
5. दालें और अनाज
दालें और अनाज जैसे कि चना, मूंग, मसूर, उड़द, राजमा, जौ, गेहूं, चावल, बाजरा, मक्का आदि में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स होते हैं। ये तत्व मां को ऊर्जा देते हैं और बच्चे के शरीर के विभिन्न अंगों के विकास में मदद करते हैं। दालें और अनाज भी ब्रेस्टमिल्क के गुणवत्ता और मात्रा को बढ़ाते हैं।
इनके अलावा, नई मां को अपने आहार में फल, मेवे और नारियल पानी भी शामिल करना चाहिए, जो उसे तरोताजा, हाइड्रेटेड और न्यूट्रिशस रखेंगे। नई मां को अपने आहार में तली हुई, मसालेदार, चिपचिपी और बहुत गर्म चीजें कम से कम खानी चाहिए, क्योंकि ये मां और बच्चे दोनों को पेट की समस्या दे सकती हैं।