First period: लाइफ में हर लड़की को एक उम्र के बाद पीरियड्स का अनुभव करना पड़ता है ये एक नेचुरल प्रोसेस है। जब लड़की को पहली बार पीरियड्स होते है तो उसे Menarche कहते है, पीरियड्स के बारे में सुनकर लड़किया काफी घबरा जाती है और टेन्शन में आजाती है। उनके मन में पीरियड्स को लेकर कई सवाल होते है जो की जायज़ है, वे असल में समझ नहीं पति क्या करे और क्या नहीं। पीरियड्स के दौरान आपको ज़्यादा परेशानी न हो इसलिए पहले ही रहे तैयार और ध्यान में रखे कुछ बातें।
First period: पीरियड्स आने से पहले जान लें ये 5 बातें
घबराये नहीं
जब किसी लड़की को पहली बार पीरियड्स होते है तो वे काफी घबरा जाती है जो की सही नहीं है घबराने से सिर्फ स्ट्रेस भड़ता है और कोई फयदा नहीं होता पीरियड्स आने का मतलब होता है के आप सवस्थ है, आपके शरीर में किसी तरह की कोई बीमारी नहीं है और आप अच्छे से बढ़ रही हो। ये कोई परेशान होने वाली बात नहीं है बल्कि एक नेचुरल प्रोसेस है जो एक न एक दिन हर लड़की को होना है इसको पाजिटिविटी के साथ स्वीकार करना चाहिए।
पीरियड्स के बारे में करें बात
पीरियड्स के बारे में दोस्तों, पेरेंट्स या डॉक्टर से खुलकर बात करनी चाहिए, ये कोई शर्मनाक बात नहीं है जितनी आप इस टॉपिक पर बात करेंगे उतनी ही आपको जानकारी मिलेगी जिससे आप और अच्छी तरह सिचुएशन को मैनेज कर पाएंगे और आपको सपोर्ट भी मिलेगा, डॉक्टर से आपको सलाह मिलेगी जो आपके लिए काफी हेल्पफुल होगी और वो आपको सही जानकारी भी देंगे। पीरियड्स के बारे में बात करने से समाज में जागरूकता भी बढ़ेगी और इसे नार्मलाइज भी कर सकते है ताकि कोई भी लड़की इस टॉपिक पर बात करने में कतराए नहीं।
पीरियड्स के समय सफाई का रखें खास ध्यान
पीरियड्स से पहले ये समझना जरुरी है के इस दौरान सफाई का खास ख्याल रखना चाहिए, अपना हाइजीन मेन्टेन रख्नना चाहिए साफ और धुले कपडे पहने, रोज़ नहाने से शरीर में सफाई बानी रहती है, हाथो की सफाई भी जरुरी है ताकि आपको किसी तरह का इन्फेक्शन न हो और समय पर पैड बदलना बहुत ज़रूरी है हर 4 से 6 घंटे में पैड बदलना चाहिए इससे सफाई रहती है और किसी तरह की कोई बीमारी का खतरा नहीं होता।
पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग्स है नार्मल
पीरियड्स से पहले ये जानना ज़रूरी है के इस दौरान आप को मूड स्विंग्स हो सकते है जो की एक आम बात है, इसके कई रीज़न हो सकते है जैसे हार्मोनल चेंजइस, घबराहट, खान-पान में बदलाव या चिंता इसी वजह से मूड स्विंग्स होते है ये कोई परेशान होने वाली बात नहीं है बस एक शारीरिक प्रक्रिया है।अगर ये बहुत ज़्यदा हो तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
दवाई को करना चाहिए अवॉयड
पीरियड्स के दौरान महिलाओ की बॉडी में काफी चेंजइस आते है , पीरियड्स एक नेचुरल प्रोसेस है और हमे दवाई का सेवन कर-कर इससे छेड़खानी नहीं करनी चाहिए अगर दवा ली जाती है तो उसके साइड इफेक्ट्स भी होते है इसलिए होम रेमेडीज ही करनी चाहिए जैसे गरम पानी, हल्दी वाला दूध, हल्दी और गुड़ हॉट वाटर बैग इसके अलावा आप एक्सरसाइज कर सकती है।