देश भर में गर्मी की लहरों के बाद, हम सभी मानसून के मौसम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं ताकि चिलचिलाती गर्मी से राहत मिल सके। और अब मौसम आ गया है, खूबसूरत बरसात में हम सभी गरमा-गर्म पकौड़ों और तरह-तरह के खाना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बरसात के सीजन में अक्सर ओवर ईटिंग से लोगों में डाइजेशन की प्रॉब्लम आ जाती है। आईये आज जाने कुछ डाइजेस्टिव टिप्स के बारे में, जो मॉनसून में रखेंगी हमारी सेहत का ख्याल।
Tips For Digestion In Monsoon: मॉनसून में डाइजेस्टिव प्रॉब्लम से पाएं छुटकारा
1. रहें हाइड्रेटेड
हम सभी जानते हैं कि पानी शरीर से टॉक्सिक चीज़ों को खत्म करने और आपके पेट को स्वस्थ रखने के लिए बेहद मददगार है। सिर्फ पानी ही नहीं, आप ढेर सारी हर्बल चाय जैसे कैमोमाइल टी, ग्रीन टी या अदरक लेमन टी भी पी सकते हैं ताकि आपकी इम्युनिटी और डाइजेस्टिव सिस्टम दोनों को बढ़ावा मिले।
2. हल्का भोजन करें
बरसात का मौसम हर किसी को खासतौर पर तला हुआ खाना खाने की ललक के साथ भूख का एहसास कराता है। हालांकि, हैवी फ़ूड आइटम से बचना सुनिश्चित करें, चाहे वे कितने भी टेस्टी हों। चूंकि मानसून का मौसम बहुत मॉइस्चर के साथ होता है,तो यह हमारी डाइजेस्टिव प्रोसेस को धीमा कर देता है, जिससे हैवी फ़ूड आइटम खाने पर सूजन, गैस, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए हल्का खाएं और हल्का महसूस करें।
3. अपनी डाइट में प्रोबायोटिक्स को शामिल करें
दही, छाछ और पनीर केफिर से लेकर सोयाबीन तक, हम सभी जानते हैं कि प्रोबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया से भरे होते हैं। वे पाचन तंत्र पर कार्य करते हैं और पोषण का समर्थन करके इसके स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। इसीलिए बरसात में हमें होशीश करनी चाहिए कि हमारी डाइट में कुछ हिस्सा प्रोबायोटिक्स का भी हो।
4. गंदे पानी और बासी खाने से बचें
मानसून के मौसम का मतलब सब कुछ बैक्टीरिया से दूषित हो सकता है।आप गोल गप्पे खाना पसंद करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पानी में बैक्टीरिया हो सकते हैं जो पेट में गंभीर संक्रमण का कारण बन सकते हैं। इसलिए, किसी भी स्रोत से पानी पीने से बचें और केवल सीलबंद बोतलों को ही प्राथमिकता दें। अगर आप खिन बहार ट्रेवल कर रहें हैं तो कोशिश करें कि घर से ही अपना टिफ़िन और अपनी पानी की बोतल साथ रखें।
5. मछली, डेरी प्रोडक्ट या चीनी से करें परहेज़
बरसात के दिनों में पानी के दूषित होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए सुनिश्चित करें कि बहुत सारे समुद्री भोजन न खाएं क्योंकि आप जो मछली खा रहे हैं वह संभवतः हैजा या दस्त जैसी बीमारी करवा सकती है। डेयरी से भी बचना चाहिए क्योंकि यह पेट पर भारी होती है और पचने में समय लेती है। हमें चीनी से भी मॉनसून में थोड़ा परहेज़ ही करना चाहिए क्यूंकि यह शरीर में सूजन का काम करती हैं और हमारे पेट में खराब बैक्टीरिया को बढ़ावा देती है।