एक इंसान के जीवन में मेमोरी या याददाश्त की बहुत अहमियत है। जबसे इंसान पैदा होता है, उससे चीज़े याद करने की ज़रूरत होती है। अपने माता पिता और परिवार के चेहरे, उनके आवाज़ से शुरू कर, बोलने के लिए शब्द याद करना। रिसर्च कहता है की बच्चा लगभग गर्व में 5 महीने के उम्र से अपने परिवार वालों की आवाज़ याद करता है, इसलिए वह माता पिता के लोरी से शांत हो जाता है।
स्कूल और करियर में तो मेमोरी की ज़रूरत को शब्द में बयान नहीं किया जा सकता। साथ ही, किसी पार्टी में जब आप किसी से मिलते हैं, और उनका नाम याद नहीं कर पाते तो कितनी शर्म आती है। इसलिए हर व्यक्ति कोशिश करता है उसका मेमोरी अच्छा हो। इस ब्लॉग में पढ़िए अपने मेमोरी को सुधरने के लिए कुछ टिप्स।
मेमोरी बढ़ने के टिप्स:
1. पूरी नींद
क्या आपने कभी नोटिस किया की जिस दिन आपकी नींद अधूरी रहती है, आपका ध्यान आसानी से भटक जाता है और आप चीज़े भूलने लगते हैं? आप अपना मोबाइल या वॉलेट घर पर भूल सकते हैं। इसका कारण है की नींद और मेमोरी का एक बहुत गहरा रिश्ता है।
जब आप नींद में होते हैं, आपका दिमाग मेमोरी बनाने और डिलीट करने का काम करता है। आप जो नया चीज़ सीखे उसे याद करने का नेटवर्क बनाना और उस ट्रैफिक सिग्नल के लाल गाड़ी को भुलाने का काम इस समय होता है। अगर आप ठीक से नहीं सोते हैं, यह काम अधूरा रह जायेगा और आपकी मेमोरी अच्छी नहीं होगी। आप क्या पढ़े है, उसे भूल जाने के अधिक चांस हैं।
2. गेम खेलें
ऐसी कम से कम एक गेम खेलें जिसमें दिमाग पर ज़ोर डालना पड़े और साथ ही मज़ा आए। स्पोर्ट्स खेलने वालों को स्प्लिट सेकंड में निर्णय लेने की प्रैक्टिस होती है, इसलिए उनकी मेमोरी भी अछि होती है।
रिसर्च कहता है की सुडोकु और क्रॉसवर्ड, दोनों अल्ज़ाइमर्स के रिस्क को कम करता है। आप अपने खाली समय में नेवसपपेर के क्रॉसवर्ड या सुडोकु, या एक किताब सॉल्व कर सकते हैं। इससे मेमोरी में लाभ मिलता है।
3. चीनी कम करें
चीनी और कार्बोहाइड्रेट के अत्यधिक सेवन न केवल आपके डाईबेटिस के रिस्क को बढ़ता है, बल्कि आपके मेमोरी और कॉग्निटिव शक्ति को भी कम करता है। आप अपने चाय कॉफी में अगर चीनी लेते हैं, तो कोल्ड ड्रिंक, जिसमें भर भर के चीनी होता है, उसे अवॉयड करें। आपको प्रोसेस्ड फ़ूड का सेवन कम करना चाहिए क्योंकि उनमें प्रेज़रवेटिव के कारण अन्हेल्थी सुगर होते हैं।
4. कोको का सेवन करें
कोको में फ्लेवेनॉइड नामक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो दिमाग के लिए फायदेमंद होते हैं। वे ऐसे न्यूरॉन पर काम करते हैं जो मेमोरी से जुड़े हैं। साथ ही यह स्वादिष्ट भी होते हैं। इसलिए जब आपको मीठे की क्रेविंग होती है, एक पीस डार्क चॉकलेट फायदेमंद हो सकता है। परीक्षा से पहले की पढाई के समय डार्क चॉकलेट खाने के फायदेमंद माना गया है।
5. मेडिटेशन
किसी भी प्रकार का मेडिटेशन या तपस्या, या प्रार्थना भी, मेमोरी और कॉनसेनट्रेशन(एकाग्रता) बढ़ाने से जोड़ा जाता है। दिन में 10-15 मिनट किसी प्रकार के मेडिटेशन में बिताने का प्रयास करें।
मेडिटेशन मेंटल हेल्थ को मैनेज करने में मददकर माना जाता है, पर अगर आपको डिप्रेशन जैसा कोई समस्या है जिसे आप मैनेज नहीं कर पा रहे हैं, साइकोलॉजिस्ट की मदद ज़रूर ले। मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम जैसे आँक्साइटी और डिप्रेशन से पीड़ित लोगों में मेमोरी की समस्या पाई गयी है।