What are the cause of anxiety: अनिश्चितता और चिंता भरी परिस्थितियाँ अक्सर हमारे जीवन का हिस्सा बन जाती हैं, जिससे कुछ लोगों में चिंता या तनाव उत्पन्न होता है। इसे हम "एंग्जायटी" कहते हैं, जो कई बार हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर डालती है। एंजाइटी मैं आपको उदासी घबराहट रोने का मन सा करता है। एंजाइटी होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कोई पिछली बात या कोई हादसा इन सब से आपको एंजाइटी हो सकती है।
एंग्जाइटी किस कारण होता है
1. आत्मविश्वास की कमी
कई बार आत्म-संदेह और आत्म-विश्वास की कमी से हमें चिंता होने लगती है। जब हमें अपने निर्णयों या क्षमताओं पर विश्वास नहीं होता, तो मानसिक रूप से चिंता अधिक होने लगती है। यह एक बहुत बड़ा कारण है एंजाइटी का अगर आप में आत्मविश्वास की कमी होंगी तो आप दूसरों के साथ बात करने में भी डरेंगे या बात नहीं कर पाएगी जिस से आप को खुद में कमियां लगेंगी और इस से आपको चिंता होने लगेगी और यह भी एंजाइटी का रूप ले लेगी।
2. वर्तमान या भविष्य के बारे में अधिक सोच
बहुत अधिक भविष्य की चिंता करना या वर्तमान की छोटी-छोटी बातों को लेकर परेशान रहना भी एंग्जायटी का प्रमुख कारण है। यह अक्सर अस्थिरता और अनिश्चितता से उत्पन्न होता है। कोई चीज़ जो आपके साथ वर्तमान में हुई है और आप उसके बारे में सोच रहे हैं तो आपको एंजाइटी हो सकती है। आपके ज़्यादा सोचने से ये समस्या हो सकती है।
3. परिवार या काम का दबाव
परिवार और काम की ज़िम्मेदारियाँ भी चिंता का कारण बन सकती हैं। जब हमें लगता है कि हम इन ज़िम्मेदारियों को पूरी तरह से निभा नहीं पा रहे हैं, तो मानसिक तनाव बढ़ जाता है। जब आपके ऊपर आपके परिवार की जिम्मेदारी हो या आपके पास आपके काम का प्रेशर हो तो उस कारण से भी आपको एंजाइटी हो सकती हैं।
4. सोशल मीडिया और समाज का दबाव
आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया के दबाव से भी कई बार लोग अपनी तुलना दूसरों से करने लगते हैं, जिससे मन में असंतोष और चिंता बढ़ जाती है। आज के टाइम में लोग दूसरों को देख कर असंतोष हो जाते हैं जिस कारण वह ज्यादा सोचने लगते हैं अपने आप को दूसरों से तुलना करने लगते हैं।
5. जीवनशैली और खानपान की आदतें
आज के समय में बागा दौड़ी वाली जिंदगी में लोगों के पास खुद का ध्यान रखने का समय ही नहीं है जिस कारण अनियमित जीवनशैली, अस्वास्थ्यकर भोजन, और पर्याप्त नींद न लेना भी मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं, जो धीरे-धीरे चिंता को जन्म देता है।