Body Image Issues: बॉडी डिस्मॉर्फिया, जिसे बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर (BDD) के नाम से भी जाना जाता है, एक मानसिक स्वास्थ्य डिसऑर्डर है जिसमें व्यक्ति अपने शरीर या उसके किसी विशेष हिस्से के बारे में ज्यादा निगेटिव सोच और चिंता करते है। यह डिसऑर्डर एक व्यक्ति की आत्म-छवि, आत्म-सम्मान और सामाजिक जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकता है और डिसऑर्डर केवल शारीरिक चिंताओं तक सीमित नहीं है इसके पीछे गहरी psychological problems भी हो सकती हैं, जैसे कि आत्म-आलोचना, आत्म-सम्मान की कमी, और सामाजिक भय।
व्यक्ति अपनी स्थिति के बारे में अक्सर शर्मिंदा होता है, जिसके कारण वे सामाजिक जीवन से भी दूर हो सकते हैं। ऐसे लोग अक्सर अपने साथियों या परिवार के सदस्यों से भी दूर होते जाते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि उनकी उपस्थिति की वजह से अन्य लोग उन पर नकारात्मक विचार कर रहे हैं।
बॉडी डिस्मॉर्फिया के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं जैसे की
1. अत्यधिक आत्म-आलोचना
व्यक्ति अपने शरीर के किसी हिस्से, जैसे कि चेहरे, त्वचा, बाल, या वजन के बारे में लगातार नेगेटिव सोच रखता है। वे अक्सर यह महसूस करते हैं कि वे दूसरों की नजर में कैसे दिखते हैं, वे अच्छे नहीं लग रहें है लोग क्या सोचेंगे उनके मन में ये सब ख्याल आते है।
2. दृश्य और छवि का विकृत अनुभव
व्यक्ति अक्सर अपने शरीर की छवि को विकृत रूप में देखता है, जिससे वह अपने वास्तविक स्वरूप को स्वीकार नहीं कर पाता और हमेशा लोगों से competition करते है।
3. सामाजिक भय
ऐसे लोग सामाजिक स्थितियों से बचने लगते हैं, क्योंकि वे सोचते हैं कि अन्य लोग उनकी उपस्थिति का मजाक बना रहे हैं या उन्हें नकारात्मक रूप से आंक रहे हैं।
4. अत्यधिक सुधारात्मक उपाय
व्यक्ति अक्सर अपने शरीर को बेहतर बनाने के लिए प्लास्टिक सर्जरी, विशेष डाइट, या अन्य उपायों का सहारा लेता है और दूसरों से मुकाबला करने की कोशिश भी करते रहते है। इसलिए वो अपने शरीर को बेहतर से बेहेतर बनाने के लिए नई नई टेक्नी का इस्तमाल करते रहते हैं।
5. अन्य लोगों के विचारों पर ध्यान देना
व्यक्ति दूसरों की राय के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होता है, और उनकी प्रतिक्रियाओं को लेकर चिंतित रहते है। उनको उनकी बातें सुनकर एक नेगेटिव सोच अपने अंदर आने देते है।