आज की बदलती दुनिया मै हमारे खान-पान आदि में बड़े बदलाव के कारण कई नई बीमारियां देखने को मिलती है । वैसे तो कुछ बीमारी हृदय संबंधी होती हैं तो कुछ किडनी परंतु कुछ बीमारियां सेक्स संबंधी होती है उन्हीं मै से एक बीमारी है इरेक्टाइल डिस्फंक्शन । इसे आम बोल चाल की भाषा में नपुंसकता भी कहते है । आम तौर पर यह बीमारी चालीस वर्ष के पश्चात होती है या इस उम्र वालों को होती है परंतु अब यह बीमारी किसी भी उम्र के लड़कों को हो सकती है।
आए जानते है कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन क्या है ?
यह एक पुरुष संबंधी बीमारी है। जिसमें पुरुषों को सेक्स के दौरान इरेक्शन नहीं होता जिस वजह से पेनिट्रेशन में दिक्कत उत्पन्न होती है। जिस वजह से आप ओर आप का साथी संतुष्ट नहीं हो पाते। आज के समय मै यह एक आम समस्या बनकर उभरी है।
सेक्सुअली उत्तेजित होने की अवस्था में पुरुष का दिमाग लिंग कि नसों में खून के संचार को बढ़ाने को संदेश भेजता इसी प्रक्रिया को इरेक्शन के नाम से जाना जाता है। मस्तिष्क के द्वारा संदेश भेजने के बाद भी यदि इरेक्शन नहीं होता तो इस समस्या को इरेक्टाइल डिस्फंक्शन कहते है। और इस स्थिति में आप संभग नहीं कर सकते या सम्भोग करने पर उसे अधिक देर जारी नहीं रख सकते ।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के प्रकार
मुख्यता इरेक्टाइल डिस्फंक्शन दो प्रकार का होता है जिसे विज्ञान के भाषा मै लोंग टर्म शॉर्ट टर्म इरेक्टाइल डिस्फंक्शन कहा जाता है।
लॉन्ग टर्म इरेक्टाइल डिस्फंक्शन :-
प्रमुखता सेक्सुअल पेनिट्रेशन मै दिक्कत की समस्या लंबे समय तक रहे इसे लॉन्ग टर्म इरेक्टाइल डिस्फंक्शन कहा जाता है । इस तरह की समस्या शारीरिक बीमारियों की वजह से भी होती है जैसे उच्च रक्त चाप , डायबिटीज , उच्च केल्स्ट्रोल आदि इस तरह के समस्या से निपटने के लिए आप को चिकित्सक के पास जाना अनिवार्य है । एक सही थेरेपी ओर इलाज के बाद आप इस समस्या से निजात पा सकते है।
शॉर्ट टर्म इरेक्टाइल डिस्फंक्शन :-
यह इरेक्टाइल डिस्फंक्शन लंबे समय तक ना चल कर छोटे समय तक रहता है जिस का निवारण आप खुद कर सकते है वह भी बिना चिकित्सक के पास जाए।
इस तरह कि समस्या आमतौर पर खराब दिनचर्या , तनाव , थकान , बेचैनी , कम की अधिक चिंता व अधिक मात्रा मै शराब के सेवन से होती है । इसका इलाज अच्छी दिनचर्या व स्वाथ जीवन शैली को अपना कर कर सकते है ।